जरूरी है सावधानी
कोरोना वायरस के साथ-साथ दूसरे कई संक्रामक रोग फैलने की खबर अक्सर आती रहती है। अब यह स्पष्ट हो गया कि मानव को कई तरह की महामारियां भी झेलनी ही हैं। ऐसी स्थिति में अपने स्वास्थ्य और जीवन को बचाने के लिए सावधानी बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही खतरनाक साबित होगी। इसलिए हर व्यक्ति को प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करने पर ध्यान देना हेागा। अपनी जीवनचर्या में योग, व्यायाम, खानपान, सावधानी और सतर्कता पर भी जोर देना चाहिए।
-अर्जुनसिंह राव, भीनमाल
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कोरोना वायरस के साथ-साथ दूसरे कई संक्रामक रोग फैलने की खबर अक्सर आती रहती है। अब यह स्पष्ट हो गया कि मानव को कई तरह की महामारियां भी झेलनी ही हैं। ऐसी स्थिति में अपने स्वास्थ्य और जीवन को बचाने के लिए सावधानी बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही खतरनाक साबित होगी। इसलिए हर व्यक्ति को प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करने पर ध्यान देना हेागा। अपनी जीवनचर्या में योग, व्यायाम, खानपान, सावधानी और सतर्कता पर भी जोर देना चाहिए।
-अर्जुनसिंह राव, भीनमाल
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प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत किया जाए
जैसे-जैसे विज्ञान ने तरक्की की है, वैसे-वैसे नई बीमारियां भी आ रही हैं। कोरोना वायरस के कई रूप सामने आ चुके हैं। शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती जा रही है। वायरसों की मार से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान को बढ़ावा दिया जाए। लोगों को प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए सुझाव दिए जाएं। साफ-सफाई और खानपान को लेकर सजग किया जाना चाहिए।
-रजनी वर्मा, श्रीगंगानगर
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जैसे-जैसे विज्ञान ने तरक्की की है, वैसे-वैसे नई बीमारियां भी आ रही हैं। कोरोना वायरस के कई रूप सामने आ चुके हैं। शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती जा रही है। वायरसों की मार से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान को बढ़ावा दिया जाए। लोगों को प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए सुझाव दिए जाएं। साफ-सफाई और खानपान को लेकर सजग किया जाना चाहिए।
-रजनी वर्मा, श्रीगंगानगर
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अनुसंधान पर निवेश जरूरी
कोविड महामारी ने हमें सबक सिखाया है, जिसका उपयोग हम भविष्य में किसी भी महामारी को रोकने के लिए कर सकते हैं। सबसे पहले वैश्विक समन्वय की आवश्यकता है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन को मजबूत करके पूरा किया जा सकता है, क्योंकि अब भी 90 प्रतिशत अफ्रीकी राष्ट्र के नागरिकों को टीके की पहली खुराक तक नहीं मिली है, जबकि पश्चिमी देश वैक्सीन की तीसरी और चौथी खुराक प्रदान कर रहे हैं। बेहतर इलाज और वैक्सीन की उपलब्धता के लिए हमें वायरस के अनुसंधान और विकास में निवेश करने की जरूरत है। हमें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और प्रशासनिक प्रशिक्षण के उचित प्रशिक्षण में निवेश करना होगा
-तनिश सिंह राजपूत, नर्मदापुरम
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कोविड महामारी ने हमें सबक सिखाया है, जिसका उपयोग हम भविष्य में किसी भी महामारी को रोकने के लिए कर सकते हैं। सबसे पहले वैश्विक समन्वय की आवश्यकता है, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन को मजबूत करके पूरा किया जा सकता है, क्योंकि अब भी 90 प्रतिशत अफ्रीकी राष्ट्र के नागरिकों को टीके की पहली खुराक तक नहीं मिली है, जबकि पश्चिमी देश वैक्सीन की तीसरी और चौथी खुराक प्रदान कर रहे हैं। बेहतर इलाज और वैक्सीन की उपलब्धता के लिए हमें वायरस के अनुसंधान और विकास में निवेश करने की जरूरत है। हमें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और प्रशासनिक प्रशिक्षण के उचित प्रशिक्षण में निवेश करना होगा
-तनिश सिंह राजपूत, नर्मदापुरम
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जरूरी है गाइडलाइन की पालना
ग्लोबल वार्मिंग के चलते और तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण भी किसी भी बीमारी का वायरस तेजी से फैलता है। लोग यदि सावधानी के साथ सभी सरकारों और स्वास्थ्य विभागों की गाइडलाइन का अक्षरश: पालन करें, तो संक्रमण से राहत पाई जा सकती है। विकसित देशों की आपसी प्रतिस्पर्धा भी बायोलॉजिकल वायरस बनाने की ओर ले जा रही है। इसे बंद करना जरूरी है। आज के समय की मांग है कि यदि किसी भी देश द्वारा यदि किसी बीमारी का कोई वायरस फैलाया जाता है तो उस देश का पूरी दुनिया को बायकाट करना होगा।
-नरेश कानूनगो, देवास, मध्य प्रदेश
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ग्लोबल वार्मिंग के चलते और तेजी से बढ़ती जनसंख्या के कारण भी किसी भी बीमारी का वायरस तेजी से फैलता है। लोग यदि सावधानी के साथ सभी सरकारों और स्वास्थ्य विभागों की गाइडलाइन का अक्षरश: पालन करें, तो संक्रमण से राहत पाई जा सकती है। विकसित देशों की आपसी प्रतिस्पर्धा भी बायोलॉजिकल वायरस बनाने की ओर ले जा रही है। इसे बंद करना जरूरी है। आज के समय की मांग है कि यदि किसी भी देश द्वारा यदि किसी बीमारी का कोई वायरस फैलाया जाता है तो उस देश का पूरी दुनिया को बायकाट करना होगा।
-नरेश कानूनगो, देवास, मध्य प्रदेश
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तैयार रहे एडवांस टीम
वायरस की मार से बचने के लिए सबसे पहले हमें अत्यधिक शारीरिक और मानसिक श्रम से बचना चाहिए। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और शरीर स्वयं वायरस से लड़ेगा। प्रत्येक देश को वैज्ञानिकों की एक ऐसी एडवांस टीम तैयार रखनी चाहिए, जो किसी वायरस के आने पर तुरंत उस वैक्सीन की खोज कर सके। इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन को तुरंत आगे आना चाहिए।
- खेमू पाराशर, भरतपुर
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वायरस की मार से बचने के लिए सबसे पहले हमें अत्यधिक शारीरिक और मानसिक श्रम से बचना चाहिए। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और शरीर स्वयं वायरस से लड़ेगा। प्रत्येक देश को वैज्ञानिकों की एक ऐसी एडवांस टीम तैयार रखनी चाहिए, जो किसी वायरस के आने पर तुरंत उस वैक्सीन की खोज कर सके। इसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन को तुरंत आगे आना चाहिए।
- खेमू पाराशर, भरतपुर
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वायरस की शीघ्र पहचान जरूरी
देश में बढ़ते वायरसों के प्रकोप पर अंकुश लगाने के लिए वायरसों की पहचान के लिए ज्यादा से ज्यादा लैब खोलने चाहिए। इसमें योग्य विशेषज्ञों की भर्ती होनी चाहिए, जिससे किसी भी प्रकार के वायरस की पहचान समय रहते कम समय में बेहतर तरीके से की जा सकेगी। इन विशेषज्ञों को सभी जरूरी संसाधन व उपकरण उपलब्ध कराए जाने चाहिए।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
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जरूरी है संतुलित आहार
वायरसों की मार से दुनिया को तभी राहत मिल सकती है, जब सभी लोग अपनी दिनचर्या योगा-प्राणायाम से शुरू करते हुए सुपाच्य व संतुलित आहार का प्रयोग करें और अपनी आंतरिक शक्ति से शरीर को ऊर्जावान बनाएं। स्वच्छता का उचित ध्यान हर समय रखा जाए। साफ पानी का ही इस्तेमाल किया जाए।
-संजय माकोड़े, बैतूल
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देश में बढ़ते वायरसों के प्रकोप पर अंकुश लगाने के लिए वायरसों की पहचान के लिए ज्यादा से ज्यादा लैब खोलने चाहिए। इसमें योग्य विशेषज्ञों की भर्ती होनी चाहिए, जिससे किसी भी प्रकार के वायरस की पहचान समय रहते कम समय में बेहतर तरीके से की जा सकेगी। इन विशेषज्ञों को सभी जरूरी संसाधन व उपकरण उपलब्ध कराए जाने चाहिए।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
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जरूरी है संतुलित आहार
वायरसों की मार से दुनिया को तभी राहत मिल सकती है, जब सभी लोग अपनी दिनचर्या योगा-प्राणायाम से शुरू करते हुए सुपाच्य व संतुलित आहार का प्रयोग करें और अपनी आंतरिक शक्ति से शरीर को ऊर्जावान बनाएं। स्वच्छता का उचित ध्यान हर समय रखा जाए। साफ पानी का ही इस्तेमाल किया जाए।
-संजय माकोड़े, बैतूल
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प्रयोगशालाओं में सावधानी जरूरी
अनुसंधान केंद्रों और प्रयोगशालाओं में सावधानी रखी जाए, ताकि वहां से कोई बीमारी न फैले। प्रयोगशालाओं में छोटी सी लापरवाही पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती है।
-प्रियव्रत चारण, जोधपुर
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अनुसंधान केंद्रों और प्रयोगशालाओं में सावधानी रखी जाए, ताकि वहां से कोई बीमारी न फैले। प्रयोगशालाओं में छोटी सी लापरवाही पूरी दुनिया के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती है।
-प्रियव्रत चारण, जोधपुर
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भीड़ बन सकती है संकट का कारण
कोरोना वायरस के बहुत कम मामले सामने आ रहे हैं, इससे आम जनता लापरवाह हो गई है। न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और न ही मुंह पर मास्क लगाए जा रहे हैं। जगह-जगह भीड़ होती जा रही है। शादी विवाह में भी बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। धार्मिक कार्यक्रमों और राजनीतिक रैलियों में भी भीड़ इकट्ठी हो रही है। यह भीड़ संकट का कारण बन सकती है। कोराना ही नहीं दूसरे वायरस भी मुश्किल बढ़ा सकते हैं।
-सुरेंद्र बिंदल, जयपुर
कोरोना वायरस के बहुत कम मामले सामने आ रहे हैं, इससे आम जनता लापरवाह हो गई है। न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और न ही मुंह पर मास्क लगाए जा रहे हैं। जगह-जगह भीड़ होती जा रही है। शादी विवाह में भी बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। धार्मिक कार्यक्रमों और राजनीतिक रैलियों में भी भीड़ इकट्ठी हो रही है। यह भीड़ संकट का कारण बन सकती है। कोराना ही नहीं दूसरे वायरस भी मुश्किल बढ़ा सकते हैं।
-सुरेंद्र बिंदल, जयपुर