डिजिटल समाचार मीडिया संचार का सबसे सस्ता और आसान तरीका है। राजनीतिक इस्तेमाल को लेकर कई सर्वे आए हैं, जिनके निष्कर्ष ये बताते हैं कि कैसे प्लेटफॉर्म पर भ्रामक जानकारियों के जरिए खास राजनीतिक एजेंडों को पूरा करने के लिए एक संगठित तंत्र तैयार किया जाता है। राजनीतिक दल चुनावों के दौरान फेक न्यूज से फायदा उठाते हैं
-विपुल जैन, उदयपुर
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जैसे-जैसे चुनावी माहौल नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे अनेक राजनीतिक पार्टियां प्रचार-प्रसार में लगी हुई हैं। हर पार्टी दूसरी पार्टी को नीचा दिखाने व अपने आप को अ’छा दिखाने के लिए अनेक हथकंडे अपनाती है। पार्टियां फेक न्यूज का इस्तेमाल करती हंै।
-नेहा तिवाड़ी, नापासर, बीकानेर
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यह बात सही है कि फेक न्यूज फैला कर भी राजनीतिक फायदे लिए जा रहे हंै। मुश्किल यह है कि मीडिया का एक वर्ग भी इस काम में लगा हुआ है। मीडिया का काम सिर्फ सच दिखाना है।
-चांदनी श्रीवास्तव, दुर्ग, छत्तीसगढ़
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आज के समय में राजनीति सिर्फ सत्ता के लिए रह गई है। सत्ता हासिल करने के लिए राजनीतिक पार्टियां फेक न्यूज का सहारा ले रही हैं। राजनीतिक दल एक-दूसरे के बारे में फेक न्यूज फैला रहे हैं। इसका समाज पर गलत असर हो रहा है।
-देवेन्द्र जारवाल, जयपुर
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हर राजनीतिक दल खबरों के जरिए चर्चा में बना रहना चाहता है। इसके लिए वे सोशल मीडिया के साथ पिं्रट और इलेक्ट्रानिक मीडिया का भी सहारा लेते हैं। इस दौरान वे फेक न्यूज का भी इस्तेमाल करते हैं।
-रणजीत सिंह चंद्रावत, उÓजैन, मध्य प्रदेश
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सोशल मीडिया पर फेक न्यूज को बड़ी तीव्रता से प्रचारित और प्रसारित किया जा रहा है। उपयोगकर्ता भी इस तरह की न्यूज को बिना किसी जांच पड़ताल के एक-दूसरे ग्रुप में शेयर कर देते हैं और पल भर में लोगों तक यह जहर पहुंच जाता है। कुछ युवाओं का ब्रेन वॉश कर उनको आइटी सेल में फेक न्यूज फैलाने के लिए लगा दिया जाता है। न्यूज चैनल पर भी लोगों को डिबेट में उलझाकर राजनीतिक फायदा लिया जाता है।
-वसीम अख्तर, मांगरोल