ओपिनियन

खुदगर्जी

पीकू बेटी थी। बेटा भी तो हो सकती थी। लेकिन बेटा होते ही एक
नहीं कई समस्याएं खड़ी हो जातीं।

Jun 03, 2015 / 11:29 pm

मुकेश शर्मा

Daughter

पीकू बेटी थी। बेटा भी तो हो सकती थी। लेकिन बेटा होते ही एक नहीं कई समस्याएं खड़ी हो जातीं। पहली बात तो आज की दुनिया में “बेटों” को इतनी फुरसत कहां है जो वे बाप की कब्ज का ख्याल रख सकें।

Home / Prime / Opinion / खुदगर्जी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.