Patrika Opinion: निजी स्वार्थ छोड़े तब ही एक होगा विपक्ष
Published: Sep 26, 2022 10:54:14 pm
पिछले आठ साल में दर्जनों बार कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों ने एकजुटता के जब-जब प्रयास किए यह कवायद प्रधानमंत्री के चेहरे से आगे बढ़ ही नहीं पाई।


प्रतीकात्मक चित्र
चुनाव नजदीक आते ही केन्द्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ एकजुटता के विपक्षी दलों के प्रयास शुरू हो जाते हैं। पिछले आठ साल में दर्जनों बार कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों ने एकजुटता के जब-जब प्रयास किए यह कवायद प्रधानमंत्री के चेहरे से आगे बढ़ ही नहीं पाई। कारण भी साफ है जो भी दल एकता के प्रयासों में भागीदार बनना चाहता है वह अपने नेता को संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में देखना चाहता है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से नई दिल्ली में हुई मुलाकात को भी विपक्षी एकता को लेकर बनने वाली रणनीति से जोड़कर ही देखा जा रहा है।