1. मेरा वोट-मेरा संकल्प
दशकों से पत्रिका समूह मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। अधिकाधिक लोग वोट डालें, इसके लिए लोकसभा चुनाव-2019 में भी मेरा वोट-मेरा संकल्प अभियान शुरू करेगा। प्रिंट, डिजिटल व सोशल मीडिया पर नए प्रयोग होंगे।
2. जनता का एजेंडा
दावों-वादों के बीच आपको जानना जरूरी है कि दलों ने 2009 और 2014 में जो वादे किए थे, उन पर कितने खरे उतरे? सरकारों ने क्या किया, क्या नहीं? बड़ी बातों के बीच कहीं स्थानीय मुद्दे तो नहीं छूट गए? इसलिए इस बार हर लोकसभा क्षेत्र में जनता खुद बनाएगी अपना एजेंडा।
3. हमारा नेता कैसा हो?
जल्द ही आपके 5 साल का भविष्य तय होने वाला है। देश की सबसे बड़ी पंचायत में हमारा नेतृत्व कौन करेगा? उसका नाम आगे बढ़ाने का अधिकार भी हमारा ही है। आचार संहिता जारी होते ही पत्रिका ‘हमारा नेता कैसा होÓ अभियान चलाएगा। आप खुद बताएंगे कि प्रत्याशी में क्या गुण होने चाहिए।
4. हॉट सीट
हर लोकसभा सीट का अपना महत्त्व है। बावजूद इसके कुछ सीटें खास हो ही जाती हैं। अपने प्रतिनिधि के कारण या अनोखे राजनीतिक समीकरणों से ऐसी ही सीटों का गुणा-भाग और उनका भूत-वर्तमान आपसे साझा करेंगे, ताकि इस चुनाव में आप भी अपनी राय बना सकें।
5. जनता की अदालत
अब तक का चलन है कि एक बार नेताजी जीत गए तो वापस ही नहीं आते। आम आदमी अपने भविष्य के प्रतिनिधि से क्या कहना चाहता है? क्या पूछना चाहता है? मन की बात मन में ही रह जाती है। जनता की अदालत से पत्रिका निभाएगा सेतु की भूमिका।
6. वोट चैलेंज विधानसभा चुनाव के दौरान भी हर आयु वर्ग के मतदाता ने अपने मित्रों, परिजनों और पड़ोसियों को वोट चैलेंज कर मतदान प्रतिशत बढ़ाने में सक्रिय सहयोग दिया था। इस बार यह अभियान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से निकलकर प्रिंट और टीवी पर भी आपको नजर आएगा।
7. सेल्फी विद इंक अच्छे से देख-परखने और सोच-विचार के बाद मतदान के दिन को मनाएंगे महोत्सव के रूप में। लोकतंत्र में भागीदारी तभी जब वोट सबका पड़े। विभिन्न मानकों पर खरी और बेहतरीन सेल्फीज को इस बार भी मिलेंगे ढेरों पुरस्कार जीतने के मौके।
8. यंग पॉलिटिक्स की सूरत
राजनीति में युवाओं का आना उम्मीद जगाता है। युवा नेतृत्व ही नयापन देगा। पार्टियों की बड़ी चिंता ये भी है कि उनकी पार्टी से युवा जुड़ तो रहे हैं, मगर विजनरी युवा कम ही हैं। पत्रिका इस चुनाव में युवाओं को अवसर देगा मुद्दों को समझने और विजन विकसित करने का। पूरे चुनाव में क्या गतिविधियां होंगी, यह समय- समय पर बताया जाएगा।
9. लोकतंत्र की पाठशाला बेहतर भविष्य के लिए जरूरी है यह जानना कि हम कहां-कहां से होकर गुजरे? लोकतंत्र के नियम-कानून, रोचक परंपराओं, कहानियों और डेटा स्टोरी के माध्यम से आपको समझाएंगे डेमोक्रेसी। साथ रोचक व्यंग्य, कार्टून, अनुभव और साक्षात्कार तो होंगे ही।
10. महिलाओं की भागीदारी राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़े, ऐसा उद्गार हर दल हर मंच पर व्यक्त करता है, लेकिन हकीकत में इस विचार पर अमल में सभी दल सुस्त हैं। आंकड़े बताते हैं कि किसी भी लोकसभा के कार्यकाल में महिलाओं की भागीदारी 11 फीसदी से ज्यादा नहीं रही है। आप योग्य महिलाओं के नाम आगे बढ़ाएंगे तो पार्टियां भी इस ओर ध्यान देंगी। महिलाओं की ज्यादा उपस्थिति संसद के माहौल को अनुशासित करेगी।
11. ग्राउंड रिपोर्ट से देश की नब्ज हर सरकार यह गिनाती है कि पिछली सरकार की तुलना में उसने कितना ज्यादा काम किया। पत्रिका की टीम देश का मूड भांपने के लिए पहले चरण में देश के कोने-कोने में होकर आ चुकी है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट आप राज्य की तस्वीर, राउंड-1 में पढ़ ही चुके हैं। जल्द ही एक बार फिर हमारी टीम जनता की नब्ज टटोलने के लिए पूरे देश के दौरे पर होगी। हम आपको लगातार अपडेट करेंगे।
12. कहानी पॉलिटिक्स की देश की राजनीति में नेताओं के ऐसे कई रोचक किस्से हैं। हमारे विशेषज्ञों व संपादकों की टीम के अलावा हम वरिष्ठ नागरिकों, पुराने सियासतदां और आम आदमी की याददाश्त की गलियों से भी ऐसे किस्से-कहानियां निकालकर लाएंगे। साथ ही बताएंगे भारतीय राजनीति के उन धुरंधरों के व्यक्तित्व के किस्से जिनके बिना आज के हिंदुस्तान की कल्पना मुश्किल है।
13. जनादेश यात्रा पत्रिका के अनुभवी रिपोर्टर, संपादक जनादेश यात्रा पर निकलेंगे। इस दौरान हम देशभर के विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में जाएंगे। इस दौरान सामाजिक-राजनीतिक माहौल का ब्योरा तो पेश करेंगे ही। साथ ही मुद्दों, समस्याओं और उपलब्धियों का वास्तविक दृश्य देश के सामने लाएंगे। प्रिंट के साथ ही टीवी और सोशल मीडिया पर भी देख सकेंगे इस यात्रा का कवरेज।
14. फेक न्यूज चुनाव में सोशल मीडिया सक्रिय भूमिका निभा रहा है। इसी के साथ फेक न्यूज का चलन भी तेजी से बढ़ा है। ऐसी खबरें तेजी से लोगों का मन बदलने की ताकत रखती हैं। इस तरह की खबरें जल्द एक्सपोज हो सकें, इसके लिए पत्रिका का अभियान आपको अपडेट रखेगा।
15. हमराह लोकतंत्र में चुनाव एक उत्सव है। प्रत्येक रविवार को आप हमराह के माध्यम से इस उत्सव में विभिन्न क्रिया—कलापों के माध्यम से सक्रिय भागीदारी कर सकेंगे। इनकी जानकारी आपको नियमित रूप से मिलती रहेगी।
16. वॉलंटियर अच्छी और साफ-सुथरी छवि का प्रतिनिधि चुनने के लिए पत्रिका के सबसे महत्त्वपूर्ण कैंपेन चेंजमेकर्स से जुडऩे का मौका इस बार भी आपको मिलेगा। इससे आप जुड़ सकेंगे अपने आसपास की सक्रिय राजनीति से। गतिविधियों में शामिल होकर आपका सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा। वॉलंटियर कैसे बन सकते हैं? इसकी जानकारी आपको पृथक से दी जाएगी।
17. चेंजमेकर्स माना कि लोकसभा चुनाव के क्षेत्र का दायरा काफी बड़ा रहता है। चुनावी खर्च भी ज्यादा होता है, मगर वैकल्पिक राजनीति की शुरुआत तो करनी ही होगी। विकल्प बनेंगे तो मौका मिलेगा। पढ़े-लिखे, अच्छे और विजनरी लोगों की जरूरत हर पार्टी को है। हाल ही के विधानसभा चुनावों में राजस्थान, मप्र और छत्तीसगढ़ से कांग्रेस और भाजपा सहित बड़ी पार्टियों ने 139 चेंजमेकर्स को अपना उम्मीदवार बनाया था। इसमें से 32 को जनता ने विधानसभा तक पहुंचाया। बदलाव के लिए यह शुरुआत बेहद अच्छी है। तो आप कैसे बन सकते हैं चेंजमेकर्स, इसकी जानकारी आपको पृथक से दी जाएगी।