अंकल ने सिर कुछ यों हिलाया, जैसे पहले ही कसम खा चुके थे। मैंने कहा – निवेश योजना की पांचवें वर्ष में समीक्षा कर परिवर्तित करेंगे। चरण एक – सबसे पहले 12 माह के खर्च का एक आकस्मिक कोष सेविंग खाते में रखिए (2.4 लाख रुपए, जैसा कि उन्होंने बताया) और यह किसी सूरत में कम नहीं होने देना है। चरण दो – 15 लाख रुपए पोस्ट ऑफिस की ‘वरिष्ठ नागरिक जमा योजना’ में रखेंगे, जिससे 7.4% की आय हर तिमाही खाते में जमा होगी। 9 लाख रुपए पोस्ट ऑफिस की ‘मासिक जमा योजना’ में रखेंगे, जिससे 6.6% की दर से मासिक आय होगी।
अब 15 लाख रुपए जीवन बीमा की ‘प्रधानमंत्री वय वंदना योजना’ में लगाएंगे, जिससे 10 साल तक मासिक पेंशन मिलेगी। इन सबसे मासिक खर्चों के लिए पर्याप्त आय हो जाएगी। चरण तीन – सामाजिक परम्पराओं के निर्वहन के लिए 2.5 लाख रुपए का सोना ले लेते हैं, जो नाती-पोतों को देने के काम आ सकता है, अन्यथा वह भी सुरक्षित निवेश है। चरण चार – शेष 10 लाख रुपए उच्च जोखिम वाले म्यूचुअल फंड में निवेश करेंगे ताकि कम से कम 12% तक की वृद्धि मिल सके।
जाते-जाते अंकल का प्रश्न था – आयकर का क्या? मैंने कहा, आप और आंटी, दोनों की 6 लाख तक की आय करमुक्त है। अंकल मुस्करा दिए। रिटायरमेंट के पैसे सिर्फ सुरक्षित निवेश के लिए हैं। अगले संस्करण में बात करेंगे 40 से 50 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुके लोगों के रिटायरमेंट प्लान की।