मार्च में तीनों देशों की सरकारों, उद्योग जगत और शिक्षा क्षेत्र के प्रतिनिधियों ने इस संदर्भ में औपचारिक बैठक कर सबमरीन केबल बिछाने को लेकर सहमति जताई। वे चीन की गतिविधियों को एक-दूसरे से साझा करने पर भी सहमत हुए। पूरे विश्व में समुद्र के नीचे बिछी केबल में 99 फीसदी हिस्सेदारी जापान, अमरीका और यूरोप की कंपनियों की है। चीन चौथे स्थान पर है। यह छिपा नहीं है कि चीन लम्बे अर्से से अपने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआइ) के जरिए एक बड़ा आर्थिक गुट तैयार कर रहा है। चीन विशेष रूप से प्रशांत क्षेत्र के द्वीपीय देशों पर अपने प्रभाव का विस्तार करने में जुटा है जिनके ताइवान से मित्रतापूर्ण संबंध हैं।