ओपिनियन

आपदा नहीं, वरदान हो

मानसून देश के ज्यादातर हिस्सों में सक्रिय हो चुका है। सावन मास में झमाझम
ने चहुंओर हरीतिमा बिखेर दी है। लेकिन कुदरत की यह नियामत भी राजनीति के
कारण आपदा बन गई है।

Jul 30, 2017 / 10:42 pm

शंकर शर्मा

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