-प्रदीप सिंह, बुहाना झुंझुनूं …. भारत बनाए दबाव बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को रोकने के लिए बांग्लादेश पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना चाहिए। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बांग्लादेश की अंतरिम सरकार पर दबाव बनाना चाहिए कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार न हों। बांग्लादेश में शेख हसीना विरोधी भावना भारत विरोधी भावना न बने, ऐसे प्रयास करना चाहिए।
डॉ. कुमेर सिंह गुर्जर, गुढ़ाचंद्रजी ……. तालमेल की जरूरत बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के ऊपर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से तालमेल बिठाए। वहां हिन्दू अल्पसंख्यकों और अन्य अल्पसंख्यक समाज के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समिति गठित करे।
—नाना लाल सुथार, बानसेन, चित्तौड़गढ़ … बांग्लादेश को दी जाए चेतावनी बांग्लादेश को चेतावनी देनी चाहिए कि वह अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को बंद करे। अत्याचार न रुकने पर सैन्य कार्रवाई का विकल्प खुला रखना चाहिए।
—दिलीप शर्मा, भोपाल, मध्यप्रदेश ……… प्रताड़ित को शरण दी जाए बांग्लादेश में हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के साथ जो हिंसा हो रही है, उसे हर हाल में रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए। फिलहाल वहां से प्रताड़ित होकर भारत आने के इच्छुक लोगों को शरण दी जाए और उनके रहने-खाने की व्यवस्था की जाए।
-निर्मला देवी वशिष्ठ, राजगढ़, अलवर …. सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचारों को रोकना आवश्यक है। भारत को जितना जल्दी हो सके नई बनी अंतरिम सरकार से संपर्क स्थापित करना चाहिए तथा अल्पसंख्यकों की सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जानी चाहिए। उत्पीड़कों को सुरक्षा तथा सहायता उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
– सुगम गुप्ता, लालसोट …………… भारत मदद करे बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। भारत सरकार को वहां के हिंदुओं की मदद के लिए आगे आना होगा और हिंसा शांत होने तक उन्हें सुरक्षित शरण देनी चाहिए। माहौल शांत होने के बाद उन्हें वापस भेज देना चाहिए।
-अजीतसिंह सिसोदिया, खारा, बीकानेर ….. समझदारी की जरूरत धार्मिक उन्माद हर स्तर पर खतरनाक होता है। इसे सख्ती एवं समझदारी के साथ नियंत्रण किया जाना चाहिए। आम नागरिक की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी होती है। वर्तमान में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के ऊपर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव डाला जाना चाहिए कि वह वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं की जान माल की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करे। भारत स्वयं भी बांग्लादेश पर दबाव बनाने में सक्षम है, क्योंकि कई मामलों में बांग्लादेश की निर्भरता भारत के ऊपर है।
-नरेंद्र भावसार, मंदसौर …… अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाए मामला बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे उत्पीड़न को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाए जाने की आवश्यकता है। बांग्लादेशी अल्पसंख्यक हिन्दुओं को बचाने के लिए बांग्लादेश के नए शासक पर दबाव बनाया जाना चाहिए।
-हरिप्रसाद चौरसिया, देवास, मप्र