Travelogue: रणथंभौर - बाघ दर्शन के अलावा भी हैं कई मुकाम और मुद्दे
Published: Oct 12, 2022 08:34:44 pm
- फर्स्ट डे फर्स्ट शो-पार्ट 1
- मुझे यह बात हैरान करती है कि रणथंभौर जाने वाले ज्यादातर लोगों का उद्देश्य बाघ दर्शन होता है और ऐसे लोगों की आंखें उस जंगल की ख़ूबसूरती को क्यों नहीं देखतीं। बाघ दिखा तो यात्रा सफल, नहीं तो बेकार?
- रणथंभौर में बाघों की संख्या कुछ सालों में अच्छी-खासी बढ़ी है तो वहां के पर्यटन की मुसीबतें भी बहुत हैं। लगता है वन विभाग और पर्यटन विभाग कभी आपस में बात ही नहीं करते।


रणथंभौर नेशनल पार्क के जोन दो में नूरी बाघिन की बेटी।
तृप्ति पांडेय
पर्यटन और संस्कृति विशेषज्ञ
........................................ मानसून के दौरान बंद रहने वाला रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान फिर से 1 अक्टूबर को खोला गया। जैसा मैंने इस साल तय किया था कि उद्यान के बंद होने के दिन यानी 30 जून और फिर से खोले जाने के दिन मैं उद्यान में मौजूद रहूंगी और हर गतिविधि और वन्यजीवों पर इनके असर को महसूस करूंगी, ठीक वैसा ही हुआ। रणथंभौर का जंगल मुझे बहुत भाता है फिर जो भी पक्षी और जानवर दिख जाएं, वह अनुभव मेरी यात्रा को हर बार अलग बना देता है। मुझे यह बात हैरान करती है कि रणथंभौर जाने वाले ज्यादातर लोगों का उद्देश्य बाघ दर्शन होता है और ऐसे लोगों की आंखें उस जंगल की ख़ूबसूरती को क्यों नहीं देखतीं। बाघ दिखा तो यात्रा सफल, नहीं तो बेकार?