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देश के प्रति सच्चे नागरिक कर्तव्य का बोध कराता अग्रलेख

Published: Nov 06, 2020 08:27:43 pm

Submitted by:

Gyan Chand Patni

‘जनता का हिसाब’ पर प्रतिक्रियाएं

देश के प्रति सच्चे नागरिक कर्तव्य का बोध कराता अग्रलेख

देश के प्रति सच्चे नागरिक कर्तव्य का बोध कराता अग्रलेख


अमरीकी चुनावों के मद्देनजर अमरीकी फर्स्ट से इतर देश को सर्वोच्च महत्व देने की भावना दर्शाते पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी के अग्रलेख जनता का हिसाब को प्रबुद्ध नागरिकों ने सराहा है। उन्होंने इसे देश के प्रति सच्चे नागरिक कर्तव्य का बोध करने वाला अग्रलेख बताया है। पाठकों की प्रतिक्रियाएं विस्तार से
भारतीय जनता भी ले सबक
कोठारी ने चुनाव का जो विश्लेषण किया निश्चित ही मौजूं है। भारतीय युवाओं को इससे सीख लेनी चाहिए। हमारे यहां पर अभी भी हम स्वतंत्र सोच से मतदान का ढर्रा विकसित नहीं कर पाए। कोठारी ने भारतीय मतदाताओं को अमरीकी चुनाव से निर्णय करने की क्षमता विकसित करने की बात कही है, वह बहुत ही उपयोगी है।
संजय मेहरा , वरिष्ठ अभिभाषक, इंदौर
अमरीकी मुक्त समाज की बेहतरीन व्याख्या
चुनाव में नेता की छवि और वहां का समाज इन दोनों की बहुत ही अहम भूमिका होती है। कोठारी ने अमरीकी मुक्त समाज की जो विशेषता उल्लेखित की है, वह बहुत ही बेहतर है। कोरोना से लड़ने में ट्रंप सरकार की जो असफलता रही उसको बड़ी बेबाकी से कहा गया है। चुनाव में जनता का यही रोष सामने भी आया। हमारे और अमरीकी समाज में यही अंतर है। वह प्रतिक्रिया तुरंत देता है और हम सोचते हैं। अमरीका में यह चुनाव राजनीति की एक अलग धारा को सामने लाया है।
अजीत भल्ला, आर्किटेक्ट, इंदौर
जन हितैषी प्रबंधन हर देश की प्राथमिकता
कोठारी ने अपने सम्पादकीय आलेख जनता का हिसाब में अमरीकी चुनावों को आधार बनाकर लोकतंत्र को मजबूती देने के कई बिंदु सामने रखे हैं। अत्यधिक राष्ट्रवाद आगे चलकर सामाजिक समरसता को किस तरह छिन्न-भिन्न करता है, अमरीकी चुनावों ने ये सिद्ध कर दिया है। जन हितैषी प्रशासनिक प्रबन्धन की दरकार हर देश के नागरिक की प्रथम प्राथमिकता है और होनी भी चाहिए।
– अजय शर्मा, लेखक एवं सामाजिक कार्यकर्ता ग्वालियर
देश के बारे में सोचकर वोट दें
अमरीका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हश्र से जाहिर है अमरीका में लोगों के दिलों में देश प्रेम सबसे उंचा है। चुनाव में मतदाताओं को रिझाने के लिए ट्रंप ने इस बार भी तमाम वादे किए थे। लेकिन वोटर्स ने अपने फायदों से देश के भविष्य को ध्यान में रखा।
– संजय वर्गे, व्यवसायी, ग्वालियर
अमरीका के मतदाताओं का अच्छा उदाहरण
अमरीका आज कोरोना महामारी से तो जूझ रहा है, लेकिन अवाम के दिल में एक सुकून है। उनकी जीत का, लोगों की एक विचारधारा का। जिस तरह अमरीका के मतदाताओं ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मनमानी और बिगडै़ल रवैये को मात दी है, यह मतदाताओं की सोच और ताकत का परिणाम है। यह एक मिसाल है।
– शिवकुमार, रंग कारोबारी, ग्वालियर
अमरीकी चुनाव का सटीक विश्लेषण
अपने आलेख में कोठारीजी ने अमरीका के चुनाव का सटीक विश्लेषण किया है। उनका कहना सही है कि ट्रंप का अमरीकी फर्स्ट का नारा राष्ट्रवाद के विरुद्ध काम कर गया। पूरा देश नस्लभेद की आग में जल उठा। अमरीका की जनता के साथ प्रवासियों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वादे करके भूल जाना, उन्हें पूरा नहीं करना भी ट्रंप को भारी पड़ा।
— डॉ जीपी मिश्रा, रिटायर्ड मेडिकल आॅफिसर, भोपाल
शीर्षक को सार्थक करता अग्रलेख
कोठारी का आलेख जनता का हिसाब अपने शीर्षक को सार्थक कर रहा है। अमरीका की जनता ने ट्रंप की नीतियों का सही हिसाब किया है। इसमें भारतीय मतदाताओं की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। जनता से सिद्ध कर दिया कि लोकतंत्र में जनता खुद ही आवश्यकता के अनुरूप सुधार कर सकती है।
— राजेश चौरसिया, आर्किटेक्ट, भोपाल
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