पैगम्बर मुहम्मद साहब (ईश्वर की रहमतें हों उन पर) ने फरमाया है कि सब्र करने वालों को ईश्वर की मदद हासिल होती है। कुरआन कहता है, सब्र से काम लो जैसे कि पैगंबरों ने सब्र से काम लिया (46.35)। कुरआन कहता है, सब्र करने वालों को इसका बदला बेहिसाब दिया जाएगा। (39:10) कुरआन आगे कहता है- सब्र से काम लो, निश्चय ही ईश्वर सब्र करने वालों के साथ होता है। (8:46) जो शख्स सब्र करे और माफ कर दे, तो यह काम ईश्वर के बताए सफल कामों में है। (कुरआन-42:43) अल्लाह सब्र करने वालों को पसंद करता है। (कुरआन-3:146) मुहम्मद साहब ने कहा-सब्र रोशनी है।