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आत्म-दर्शन : भलाई करो

कुरआन कहता है, ‘भलाई और बुराई समान नहीं हैं। तुम बुरे आचरण की बुराई को अच्छे से अच्छे आचरण के जरिए दूर करो।

Oct 22, 2021 / 10:30 am

Patrika Desk

आत्म-दर्शन : भलाई करो

इस्लाम इस बात पर जोर देता है कि बुरा व्यवहार करने वालों के साथ भी भलाई करो। कुरआन कहता है, ‘भलाई और बुराई समान नहीं हैं। तुम बुरे आचरण की बुराई को अच्छे से अच्छे आचरण के जरिए दूर करो। फिर क्या देखोगे कि वही व्यक्ति जिसके और तुम्हारे बीच वैर पड़ा हुआ था, वह ऐसा हो जाएगा मानो घनिष्ठ मित्र हो।’ (41: 34)।

कुरआन आगे कहता है, ‘और जो लोग अपने रब की प्रसन्नता की चाह में धैर्य से काम लेते हैं और भलाई के द्वारा बुराई को दूर करते हैं, ऐसे लोगों को बेहतर बदला दिया जाएगा।(13: 22)। इस्लाम कहता है कि किसी शख्स ने किसी को तकलीफ पहुंचाई, और वह तकलीफ पहुंचाने वाले शख्स को माफ कर देता है, तो ईश्वर माफ करने वाले के ओहदे को बढ़ाता है।

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