ये वैसा ही है जैसे कि मांस के एक पिंड को एक देवता के रूप में रूपांतरित कर दिया जाए। ये वही विज्ञान है, जिसके द्वारा देवता बनाए जाते हैं। एक विशेष यंत्र अथवा आकार बना कर और उसमें एक विशेष प्रकार की ऊर्जा डाल कर, किसी पत्थर को भी एक दिव्य शक्ति बनाया जा सकता है। अगर एक पत्थर को एक दैवीय शक्ति बनाया जा सकता है, तो जीवित मांस के पुतले को एक दैवीय शक्ति क्यों नहीं बनाया जा सकता? ये अवश्य ही किया जा सकता है।