पैसा सिर्फ एक साधन है, जो हमारा बनाया हुआ है। हम बेमतलब ही इसको बहुत बड़ा बना रहे हैं। सवाल है कि यह बुरा है या अच्छा? यह दोनों में से कुछ भी नहीं है। दरअसल आपको जो चाहिए वह है खुशी और आनंद। मुश्किल यह है कि आप मान बैठे हैं कि इस दुनिया में पैसा आपके लिए यह खरीद सकता है। पैसा आंतरिक खुशहाली और आनंद नहीं दे सकता। क्या इसका मतलब यह है कि आपके पास दौलत नहीं होनी चाहिए? ऐसी बात नहीं है। आपको अपनी प्राथमिकता समझनी होगी।