गठबंधन की राजनीति का नया रूप बना सत्ता का साझा कार्यक्रम
Published: Jul 10, 2023 10:20:32 pm
त्रिशंकु सदन में सत्ता के जुगाड़ की बजाय बने स्थिर सरकार और सुशासन का आधार


गठबंधन की राजनीति का नया रूप बना सत्ता का साझा कार्यक्रम
राज कुमार सिंह
वरिष्ठ पत्रकार
......................... चुनाव पूर्व गठबंधन के बजाय जब चुनाव बाद के गठबंधन होने लगें तो समझ लेना चाहिए कि यह गठबंधन सत्ता के लिए है। देश की राजनीति में राजनीतिक दलों का गठबंधन करना कोई नई बात है भी नहीं। पर आम तौर पर इसकी जरूरत तभी पड़ती है जब संसद या विधानसभा में किसी एक दल या चुनाव पूर्व के गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाता। पिछले वर्षों में जो उदाहरण सामने आए हैं उनसे साफ लगता है कि अब जो गठबंधन बनते जा रहे हैं वे समान विचारधारा पर आधारित नहीं, बल्कि येन-केन-प्रकारेण सत्ता तक पहुंचने के लिए ही होते हैं। झारखंड में तो एक निर्दलीय विधायक को ही मुख्यमंत्री बनवा देना इस सबसे बड़े लोकतंत्र के राजनीतिक दलों के चरित्र पर ऐसा सवालिया निशान है जिसका जवाब आज तक किसी के पास नहीं है। क्योंकि सत्ता के लिए गठबंधन का पाला बदलने में माहिर दल और नेता कम होने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं।