जयपुरPublished: Sep 22, 2023 06:01:50 pm
Nitin Kumar
Gulab Kothari Article Sharir Hi Brahmand: योग का तो एक ही लक्ष्य है - योग के सहारे हम स्थूल से चलकर अपना आत्म साक्षात्कार करें। फिर आत्मा को अंशी से जोड़े। कृष्ण कहते हैं - ममैवांशो जीवलोके जीवभूत: सनातन:, अर्थात् सब मेरे अंश हैं, कृष्ण हैं। कृष्ण के विराट् स्वरूप में क्या नहीं है?... 'शरीर ही ब्रह्माण्ड' शृंखला में कल सुनें पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी का यह विशेष लेख- योग - स्वयं से स्वयं का