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आपकी बात, क्या भारत में दो वैक्सीनों के अलावा अन्य वैक्सीन को भी अनुमति दी जाए?

Published: Apr 06, 2021 07:07:50 pm

Submitted by:

Gyan Chand Patni

पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।

आपकी बात, क्या भारत में दो वैक्सीनों के अलावा अन्य वैक्सीन को भी अनुमति दी जाए?

आपकी बात, क्या भारत में दो वैक्सीनों के अलावा अन्य वैक्सीन को भी अनुमति दी जाए?

वैक्सीन है जरूरी
इस समय भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन नाम की दो वैक्सीन पैंतालीस वर्ष के ऊपर के सभी व्यक्तियों को दी जा रही है। दोनों वैक्सीनों की समुचित मात्रा उपलब्ध होने के कारण ही भारत ने दूसरे देशों को निर्यात भी किया है, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर आने से अचानक संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। वैक्सीन सभी को देना जरूरी है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए भारत में दो वैक्सीन के अलावा अन्य वैक्सीन को भी अनुमति दे देनी चाहिए।
-विभा गुप्ता, बेंगलूरु
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टीकाकरण को गति दें
देश में कोरोना मामलों में तेज गति से बढ़ोतरी चिंतित करती है। साफ है कि लापरवाही कोढ़ में खाज बनी है। बढ़ते मामलों के बीच भारत में दो वैक्सीनों के अलावा अन्य वैक्सीन को भी अनुमति मिल जानी चाहिए। टीकाकरण की गति बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए।
-शिवजी लाल मीना, जयपुर
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अन्य वैक्सीन पर भी ध्यान दिया जाए
भारत मे जिस प्रकार से कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि होती जा रही है, उसे देखते हुए अन्य कारगर वैक्सीनों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। साथ ही सरकारी निर्देशों का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन भी आवश्यकता है। इससे कोरोना की बढ़ती रफ्तार को रोका जा सकता है।
– प्रशांत राठौर, कोरबा, छत्तीसगढ़
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बाहर से भी मंगवाई जा सकती है वैक्सीन
भारत में दो वैक्सीन सफल परीक्षण के बाद प्रयोग में लाई गई हैं। यह दूसरे देशों को भी उपलब्ध कराई गई है। यह जांची परखी कसरत है। इस कारण यदि दोनों कंपनियां उत्पादन में सक्षम है, तो अन्य वैक्सीन की अनुमति की जरूरत नहीं है। हां, यदि यहां उत्पादन में विलम्ब होता है, तो कोरोना की दूसरी लहर से बचने के लिए अन्य वैक्सीन के लिए भी दरवाजे खोल दिए जाने चाहिए।
-डॉ. अशोक, पटना, बिहार।
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हर पात्र व्यक्ति लगवाए वैक्सीन
कोरोना से बचाव के लिए विकसित की गई वैक्सीनों के सही तरीके से वितरण की जरूरत है। अगर पूरे देश में वैक्सीन लगवाने का काम पूरी लगन के साथ किया जाता है, तो एक और वैक्सीन के विकास की जरूरत नहीं है। साथ ही साथ जनता को भी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए वैक्सीन लगवाकर,अन्य लोगों को भी प्रेरणा देकर सरकार का सहयोग करना चाहिए!
-प्रकाश चन्द्र राव, भीलवाड़ा
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वैक्सीन उत्पादन में तेजी जरूरी
अगर ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन उत्पादित की जाए और हमारी पूर्ति के पश्चात या पहले भी जरूरतमंद देशों को भेज दी जाए, तो मानव सेवा भी होगी और हमारी ख्याति भी बढ़ेगी। देश में भी कोरोना नियंत्रण में भी मदद मिलेगी। कोवैक्सीन और कोविशील्ड के अलावा भी अन्य वैक्सीन का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
-शकुंतला महेश नेनावा, इंदौर
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अधिक वैक्सीनेशन से रुकेगा कोविड
कोवैक्सीन और कोविशील्ड से इतर वैक्सीन को भी वैक्सीनेशन में शामिल किया जाना चाहिए। कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए। आयु वर्ग का प्रतिबंध हटा कर युवा वर्ग जो अधिक मूवमेंट करता है, को वैक्सीन लगानी चाहिए। अधिकाधिक वैक्सीनेशन ही कोविड के प्रसार को रोक पाएगा।
-खुशवंत कुमार हिंडोनिया, चित्तौडग़ढ़
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गुणवत्ता में सुधार होगा
भारत में दो कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही हैं। अन्य कोरोना वैक्सीन को भी भारत में अनुमति दी जानी चाहिए, परंतु इस आधार पर कि वह कितनी प्रभावी है। जितनी अधिक वैक्सीन बाजार में होंगी, उतनी ही प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। इससे उनकी गुणवत्ता में सुधार होगा और जनता को फायदा मिलेगा।
-लक्ष्मण डोबवाल, टोंक
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जागरूक करना ज्यादा जरूरी
भारत में कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। टीकाकरण भी शुरू हो गया है। बात यह नहीं है कि भारत के पास पर्याप्त टीके उपलब्ध नहीं होने से टीकाकरण का कार्य धीमी गति से चल रहा है, बल्कि जिस प्रकार का उत्साह चिकित्सा, पुलिस और अन्य विभागों ने प्रथम टीकाकरण के समय दिखाया था, वैसा अब आमजन में नजर नहीं आ रहा है और इसी कारण कोरोना वैक्सीन की कई खेप नष्ट भी हुई थी। तो, ऐसे में आवश्यकता इस बात की नहीं है कि भारत अन्य कंपनियों द्वारा निर्मित वैक्सीन को मान्यता दे या नहीं। बल्कि, जरूरत जनसाधारण को टीके लगवाने के लिए जागरूक करने की है।
– पंकज कुमावत, जयपुर
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आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की तरफ भी ध्यान दें
हमारे देश में जनसंख्या बहुत ही ज्यादा है। इसलिए देश में कोरोना को हराने के लिए सरकार को इसकी मौजूदा दो वैक्सीन के अलावा दूसरी वैक्सीन के लिए भी मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की तरफ ध्यान दिया जाए। इसमें बहुत-सी जानलेवा बीमारियों का इलाज है। आयुर्वेद में शोध को बढ़ावा देकर कोरोना जैसी बीमारियों का इलाज खोजा जाना चाहिए।
-राजेश कुमार चौहान, जालंधर
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अन्य वैक्सीन को भी मिले अनुमति
कोरोना की दूसरी लहर तेजी से आम जनता को जब अपनी चपेट में ले रही है तो ऐसी स्थिति में सरकार को बिना किसी विलंब के दो वैक्सीनों के अलावा अन्य दवा कंपनियों की वैक्सीन को भी छूट देनी चाहिए। हां,ये वैक्सीन भी सरकारी नियमानुसार ही लगाई जाएं।
-आनन्द पिडियार, परतवाड़ा, अमरावती
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