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आपकी बात, क्या दो जगह से चुनाव लडऩे पर रोक लगनी चाहिए?

Published: Feb 03, 2023 04:29:28 pm

Submitted by:

Patrika Desk

पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।

आपकी बात, क्या दो जगह से चुनाव लडऩे पर रोक लगनी चाहिए?

आपकी बात, क्या दो जगह से चुनाव लडऩे पर रोक लगनी चाहिए?

बढ़ता चुनाव खर्च
देश में हर पात्र व्यक्ति को चुनाव लडऩे का अधिकार है, लेकिन दो स्थानों से विधानसभा या लोकसभा चुनाव लडऩा ठीक नहीं है। इससे चुनाव खर्च बढ़ता है। इसलिए कानून बनाकर इस प्रवृत्ति को रोका जाना चाहिए।
-नवीन कुमार फलवाडिय़ा, सुजानगढ़
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लोकतंत्र के साथ मजाक
एक उम्मीदवार के दो स्थानों से चुनाव लडऩे पर रोक लगनी चाहिए। मतदाता दो जगह से वोट तो नहीं दे सकता, तो नेता दो जगहों से क्यों लड़े? दो जगह से चुनाव लडऩा जनता और लोकतंत्र के साथ मजाक है।
-रोहित सोलंकी पिपरिया, नर्मदापुरम, मप्र
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सख्ती से रोक लगाई जाए
किसी भी नेता के दो जगह से चुनाव लडऩे की रोक लगानी चाहिए। दो जगह से चुनाव लडऩे से खर्च बढ़ता है।
सुरेंद्र बिंदल, जयपुर
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सरकारी खजाने पर बढ़ता है बोझ
दो सीटों पर चुनाव लडऩे में कोई कानूनी अड़चन नहीं है, लेकिन दोनों सीटों पर चुनाव जीतने की स्थिति में एक सीट छोडऩी पड़ती है। एक सीट पर फिर चुनाव होता है, जिसके कारण सरकारी खजाने पर बोझ पड़ता है। अत: दो जगह से चुनाव लडऩे पर रोक लगानी चाहिए।
-सुभाष धायल, बीकानेर
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बढ़ता है चुनाव का खर्चा
जी हां, दो सीटों से चुनाव लडऩे की छूट नहीं होनी चाहिए। एक प्रत्याशी दो सीट से चुनाव लड़ता है, दोनों जगह से जीतने पर वह दूसरी सीट से इस्तीफा दे देता है, जिसकी वजह से वहां पर उपचुनाव होता है। उपचुनाव में मनमाना खर्च होता है। उपचुनाव के खर्चे को उठाने की जिम्मेदारी सीट छोडऩे वाले प्रत्याशी पर डाल देनी चाहिए। अगर ऐसा किया जाएगा तो प्रत्याशी अपने आप एक सीट से ही चुनाव लड़ेगा और अन्य प्रत्याशी को मौका मिलेगा और चुनावी खर्च भी कम आएगा।
-लहर सनाढ्य, उदयपुर
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मतदाता भी होते हैं परेशान
दो जगह से एक ही प्रत्याशी का चुनाव लडऩा पूर्णतया प्रतिबंधित होना चाहिए क्योंकि इससे आर्थिक नुकसान तो होता ही है, जनता को भी बार-बार वोट डालने जाने से परेशानी भी उठानी पड़ती है। यदि प्रत्याशी दोनों स्थानों से जीत जाता है, तो उसे एक स्थान तो छोडऩा ही पड़ता है और वहां पर पुन: चुनाव करवाया जाता है।
-कैलाश चन्द्र मोदी, सादुलपुर, चूरू
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साफ सुथरे हों चुनाव
चुनाव एक जगह से लड़ा जाए या दो जगह से लड़ा जाए, कोई बड़ा मुद्दा नहीं है बल्कि मुद्दा तो यह होना चाहिए कि चुनाव साफ सुथरे होने चाहिए। चुनाव घोटाले और गड़बड़ी से मुक्त हों। देश को अच्छा जनप्रतिनिधि मिले।
-सरिता प्रसाद, पटना
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कानून की जरूरत
दो जगह से चुनाव लडऩा और फिर 1 सीट को छोड़ देना मतदाताओं के साथ अन्याय है। उपचुनाव में अतिरिक्त धन और संसाधन खर्च होते हैं। दो जगह से चुनाव लडऩा ठीक नहीं है। संसद को इस पर रोक लगाने के लिए कानून बनाना चाहिए।
-रिदम जोशी, बेगू , चितौडग़ढ़
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संसाधनों का दुरुपयोग
दो जगह से चुनाव जीतने पर सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग, अनावश्यक खर्चों के साथ इस्तीफा देने वाले निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के साथ विश्वासघात भी होता है। दो जगह से चुनाव लडऩे पर रोक लगनी ही चाहिए।
बाल कृष्ण जाजू, जयपुर
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अनावश्यक खर्च
राजनीतिक दल प्राय: अपने लोकप्रिय नेताओं को दो स्थानों पर चुनाव लड़वाते हैं। चुनाव जीतने के बाद उन्हें एक स्थान छोडऩा ही पड़ता है। ऐसे मे पैसा और मतदाता का वोट बेकार हो जाता है। ऐसे निरर्थक चुनाव को बंद करना ही चाहिए।। एक नेता को एक ही स्थान से चुनाव लडऩा चाहिए, ताकि अनावश्यक खर्च से बचा जा सके।
-आजाद पूरण सिंह राजावत, जयपुर ।
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दोहरा भार
दो जगह से चुनाव लडऩे से चुनाव आयोग पर दोहरा भार पड़ता है। समय एवं पैसा भी व्यर्थ खर्च होता है। एक जगह से चुनाव लडऩे का प्रावधान आवश्यक है।
-करीम मंगलिया, पाटोदी, बाड़मेर

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