Patrika Opinion खेल: लैंगिक भेदभाव दूर करने का समय
Published: Feb 09, 2023 10:31:29 pm
अब समय आ गया है कि न सिर्फ क्रिकेट, बल्कि सभी खेलों में इस तरह का भेदभाव समाप्त किया जाए। लैंगिक असमानता मानसिकता का परिणाम है। इसलिए मानसिकता में बदलाव करना आवश्यक है।


Patrika Opinion खेल: लैंगिक भेदभाव दूर करने का समय
विभिन्न क्षेत्रों और विधाओं में लैंगिक समानता स्थापित करने की दिशा में अभी काफी काम किया जाना बाकी है। देश इस दिशा में धीरे-धीरे ही सही, आगे बढ़ रहा है। हम उम्मीद कर सकते हैं कि महिलाओं की प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के लिए आगामी 13 फरवरी को होने वाली नीलामी में खिलाड़ियों की बोली लगाते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा। डब्ल्यूपीएल का आयोजन मुंबई में होना है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने शानदार प्रदर्शन से यह साबित कर दिया है कि वह किसी भी मामले में पुरुष क्रिकेट टीम से कमतर नहीं है। अभी हाल ही में अंडर-19 क्रिकेट टीम ने पहला विश्व कप जीतकर आने वाले दिनों की बुलंद तस्वीर पेश कर दी है। अब बारी इस खेल में निवेश करने वालों की है। जिस तरह आइपीएल ने देश में खिलाडिय़ों को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उसी तरह का संबल महिला खिलाडिय़ों को भी मिले तो खेलों का भविष्य और चमक सकता है।