आज जब हम यह सोच रहे हैं कि विगत 71 वर्ष के टेस्ट इतिहास में ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसकी जमीन पर हम मात्र 7 बार ही क्यों हरा पाए हैं, तब हमें यह भी सोचना चाहिए कि थाईलैंड जैसे छोटे देश को फुटबॉल में हराने में हमें 33 वर्ष कैसे लग गए। हमें ज्यादा मैच जीतने चाहिए, हमें ज्यादा पदक-कप जीतने चाहिए। ताजा टेस्ट शृंखला जीत और फुटबॉल में जीत के साथ ही भारत के लिए जीत का एक नया युग शुरू हो। खेल को आधुनिक दुनिया युद्ध की तरह लेती है, तो खेल से किसी खिलवाड़ की अब गुंजाइश नहीं है। दुनिया में सबसे लोकप्रिय खेल फुटबॉल में भारत की दौड़ फिर शुरू हो रही है, तो हमें फुटबॉल में सुनील क्षेत्री जैसे खिलाड़ी-कप्तान की जरूरत है। सुनील क्षेत्री ने अतरराष्ट्रीय फुटबॉल में ६६वां गोल करके अपना ही नहीं, भारतीय फुटबॉल का मान बढ़ाया है।
जीत के जज्बे, जुनून, जश्न के बीच हमें यह भी देखना है कि ऑस्ट्रेलिया में मिली जीत केवल अच्छे खेल की जीत नहीं है, बल्कि यह अच्छे व्यवहार की भी जीत है। भारत सदा से जेंटलमैन क्रिकेटरों का देश रहा है, जबकि यही बात ऑस्ट्रेलिया के लिए नहीं कही जा सकती। इतिहास देखिए, कंगारू खिलाड़ी कम और शिकारी ज्यादा रहे हैं। जमीन पर टप्पा खा चुकी गेंद उठाकर कैच और विकेट लेने का जश्न शुरू कर देना और अंपायर की ओर आउट देने का इशारा करना, बल्ले के पास से गेंद गुजरकर विकेटकीपर की दस्तानों में चली जाए तब भी प्रतिद्वंद्वियों को आउट करा लेने का समृद्ध इतिहास रहा है। उनकी जमीन पर प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी की कोई बात बुरी लग जाए, तो उस पर जुर्माना और एकाधिक मैचों के लिए प्रतिबंध लगाने की भी परंपरा रही है। बेहूदा टीका-टिप्पणी करके बल्लेबाज का दिमाग भटकाकर विकेट लेने में उन्हें महारथ हासिल रही है।
हालांकि अब ऑस्ट्रेलियाई टीम की इन धूर्तताओं को दुनिया जान चुकी है। अब कैमरे भी चौकस हैं। अपने पूर्वज खिलाडिय़ों की कारगुजारियों से प्रेरित होकर ही ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने बॉल से खिलवाड़ किया था और पकड़े जाने के बाद 12 महीने का प्रतिबंध भुगत रहे हैं। साथ में एक और दिग्गज खिलाड़ी डेविड वार्नर पर भी प्रतिबंध लगा। आज अपनी गलत हरकतों के कारण ही ऑस्ट्रेलिया की टीम कमजोर हुई है। कहीं न कहीं बुराई आपके प्रदर्शन को प्रभावित करती है और आपको अपने ही जाल में उलझाकर हार की ओर धकेल देती है। भारत से मिली हार ऑस्ट्रेलिया के लिए भी सबक बने। भारत की जीत ईमानदारी व सज्जनता की जीत है। इससे हर वह व्यक्ति सबक ले, जो बुराई के रास्ते पर है। सच्चाई और अच्छाई अंतत: आपको जीत, सुख और संतोष की ओर ले जाती है।