रायसेन. मौसम का रुख तो करीब चार-पांच दिनों से बदल रहा है और हर दिन तेज धूप के साथ आसमान पर बादल छा रहे हैं। लेकिन बुधवार शाम को बादल छाने के बाद अचानक तेजी से मौसम में बदलाव हुआ। शहर में तेज हवा, आंधी काफी देर तक चलती रही और इसके बाद कुछ देर के लिए हल्की बारिश हुई। सागर रोड पर पेड़ गिरना भी बताया गया। जिले भर में शाम के समय हवा, आंधी का दौर चला और कई स्थानों पर बूंदा-बांदी के साथ बारिश भी हुई। बूंदा-बांंदी के साथ मौसम में कुछ देर के लिए ठंडक रही। लेकिन थोड़े समय बाद उमस होने लगी। बारिश से शहर की सड़कें तर हो गई।
हवा चलने के दौरान शहर में लगभग डेढ़ घंटे तक बिजली नहीं रही। जिससे गर्मी उसम के कारण लोग परेशान होते रहे। जिससे बिजली पर आधारित व्यवसाय आटा चक्की, कियोस्क सेंटर, कम्प्युटर सेंटर, कोल्ड्रिंक्स आदि का काम प्रभावित हुआ। कियोस्क सेंटर चलाने वाले उदय राय का कहना है कि तेज हवा चलने के दौरान अक्सर शहर की सप्लाई घंटों तक बंद रहती है। इससे काम प्रभावित होता है।
वहीं कृषि मंडी परिसर में व्यापारियों के यहां खुले मैदान में रखा गेहूं पानी में बह गया। हम्माल, तुलैय और किसान अपने गेहूं को बोरों में भरते हुए नजर आए। सूत्रों के मुताबिक बाड़ी, बरेली तहसील में समर्थन मूल्य खरीदी केन्द्रों पर खुले मैदान में रखा हजारों क्विंटल गेहूं भी बुधवार को हुई बारिश से भीग गया। बताया जा रहा है कि नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा परिवहन में रफ्तार नहीं बढ़ाई जा रही है। इस कारण गेहूं का पर्याप्त मात्रा में उठाव नहीं हो पा रहा है। जबकि इन दिनों जिले में गेहूं खरीदी लगभग 90 केन्द्रों पर थम चुकी है। सिर्फ बाड़ी, बरेली तहसील के केन्द्रों पर ही खरीदी हो रही है।
इसके बाद भी पर्याप्त वाहन लगाकर गेहूं का परिवहन नहीं कराया जा रहा है। जिला सहकारी बैंक से मिली जानकारी के अनुसार अब तक तीन लाख 48 हजार 380 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी हुई और तीन लाख 46 हजार 109 मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन हो सका है। दो हजार 271 मीट्रिक टन यानि 22 हजार 710 क्विंटल गेहूं खुले मैदान में रखा है।
सेहत पर विपरीत असर
जानकारों के अनुसार मौसम में आ रहे बार-बार बदलाव के कारण लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। क्योंकि बैशाख माह में तेज गर्मी का असर रहता है और इस दौरान यदि बारिश हो जाए, तो लोगों का स्वास्थ्य बिगडऩे लगता है। ऐसी स्थिति में उल्टी-दस्त, सिर दर्द, पेट दर्द और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है।