इकिगाई की अवधारणा से समझें प्रबंधन के गुर
जयपुरPublished: Nov 21, 2022 09:43:25 pm
सामाजिक आयामों के संदर्भ में यह व्यक्तियों के भीतर प्रेरणा व अर्थ की भावना को बढ़ावा देती है


प्रो. हिमांशु राय
निदेशक, आइआइएम इंदौर
....................................... पिछले आलेख में मैंने जिन नवीन अवधारणाओं, विचारों और उपकरणों की आवश्यकता पर जोर दिया था, उन्हीं में से एक है इकिगाई की जापानी अवधारणा जो कि जापानी संस्कृति और विचार के अभिन्न घटकों में से एक रही है। यह अवधारणा हाल के वर्षों में प्रबंधन के क्षेत्र में अत्यधिक प्रचलित हुई है और इसे विभिन्न नेतृत्व विद्वानों, लेखकों, शिक्षाविदों, यहां तक कि लोकप्रिय मीडिया द्वारा प्रचारित-प्रसारित कर प्रचलित बनाया जा रहा है। इसकी विशेषता है इसकी सादगी और मूल सिद्धांतों का आधार। नेशनल ज्योग्राफिक सोसाइटी के एक रिपोर्टर और फेलो डैन बट्टनर ने अपने लेखन में जापान के ओकिनावा क्षेत्र के लोगों के लंबे जीवन के पीछे इकिगाई को एक कारण बताया है। आखिर क्या है यह अवधारणा? इसका अर्थ क्या है? इसका महत्त्व क्या है? इकिगाई शब्द दो तत्वों - ‘इकि’ (जीवन) व ‘गाई’ (सामान्य तौर पर मूल्य, लाभ या परिणाम में अनुवादित) से बना है। इस प्रकार इसे ‘जीवन के उद्देश्य’ या ‘अस्तित्व (होने) का कारण’ के रूप में समझा जाता है। यह एक पुरातन लेकिन कालजयी अवधारणा है जो लीडरों को उनके मिशन और मूल्यों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकती है। यह अवधारणा उन्हें उनके व्यक्तिगत और संगठन के मूल्यों पर भी दृढ़ बने रहने में सहायक सिद्ध हो सकती है।