वाराणसी की राजघाट पुलिया पर भगदड़ से हुए हादसे ने फिर यह सोचने को मजबूर
कर दिया है कि आखिर भीड़ को काबू करने के हमारे प्रयासों में शिथिलता क्यों
रहती है? अफवाहों को समय रहते काबू करने के प्रयास क्यों नहींं होते?
•Oct 17, 2016 / 10:18 pm•
शंकर शर्मा