इम्यूनिटी के आधार पर
कोरोना वैक्सीन 55 वर्ष से ऊपर सभी लोगों के लगनी चाहिए और 20 से 54 वर्ष के उम्र लोगों की इम्युनिटी चेक कर यह वैक्सीन लगानी चाहिए। इम्यूनिटी का एक पॉइंट तय करके इस वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगानी चाहिए।
-सूर्यप्रभा पालीवाल, राजसमंद
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कोरोना वैक्सीन 55 वर्ष से ऊपर सभी लोगों के लगनी चाहिए और 20 से 54 वर्ष के उम्र लोगों की इम्युनिटी चेक कर यह वैक्सीन लगानी चाहिए। इम्यूनिटी का एक पॉइंट तय करके इस वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगानी चाहिए।
-सूर्यप्रभा पालीवाल, राजसमंद
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न्यूनतम सीमा जरूरी नहीं
कोरोना वैक्सीन के लिए न्यूनतम उम्र की सीमा निर्धारण की आवश्यकता नहीं है। यह एक महामारी है। इसलिए यह सभी को दिए जाने की जरूरत है।
-डॉ. अशोक, पटना, बिहार
……………………………… बच्चों के लिए नहीं है यह टीका
18 साल से कम उम्र वालों को कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है। असल में इस वर्ग पर अभी टीके का क्लिनिकल ट्रायल नहीं हुआ है। फिलहाल 45 से ज्यादा उम्र के उन लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी। वैक्सीन की पहला डोज लेने के 28 दिनों के बाद दूसरी डोज दी जाएगी।
-नितेश मंडवारिया, नीमच
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कोरोना वैक्सीन के लिए न्यूनतम उम्र की सीमा निर्धारण की आवश्यकता नहीं है। यह एक महामारी है। इसलिए यह सभी को दिए जाने की जरूरत है।
-डॉ. अशोक, पटना, बिहार
……………………………… बच्चों के लिए नहीं है यह टीका
18 साल से कम उम्र वालों को कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है। असल में इस वर्ग पर अभी टीके का क्लिनिकल ट्रायल नहीं हुआ है। फिलहाल 45 से ज्यादा उम्र के उन लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी। वैक्सीन की पहला डोज लेने के 28 दिनों के बाद दूसरी डोज दी जाएगी।
-नितेश मंडवारिया, नीमच
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न्यूनतम उम्र 30 साल होनी चाहिए
सरकार को 30 वर्ष से ज्यादा के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन के लिए पात्र मानना चाहिए। इससे कोरोना संक्रमण में निश्चित रूप से कमी आएगी। लोगों को भी टीकाकरण के लिए आगे आना चाहिए।
-बिहारी लाल बालान, लक्ष्मणगढ़, सीकर
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सरकार को 30 वर्ष से ज्यादा के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन के लिए पात्र मानना चाहिए। इससे कोरोना संक्रमण में निश्चित रूप से कमी आएगी। लोगों को भी टीकाकरण के लिए आगे आना चाहिए।
-बिहारी लाल बालान, लक्ष्मणगढ़, सीकर
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उम्र देखकर नहीं होता कोरोना
कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए न्यूनतम सीमा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि कोरोना व्यक्ति की उम्र देखकर नहीं होता है। कोरोना किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। स्कूल खुलने के बाद बच्चों में भी कोरोना के मामले सामने आए हैं।
-मनोज दायमा, उदयपुरवाटी, झुंझुनूं
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कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए न्यूनतम सीमा नहीं होनी चाहिए, क्योंकि कोरोना व्यक्ति की उम्र देखकर नहीं होता है। कोरोना किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। स्कूल खुलने के बाद बच्चों में भी कोरोना के मामले सामने आए हैं।
-मनोज दायमा, उदयपुरवाटी, झुंझुनूं
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बच्चों के लिए भी परीक्षण हो
कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए न्यूनतम आयु सीमा नहीं होनी चाहिए। जिस प्रकार बच्चे के जन्म से 16 साल तक कई प्रकार के टीके लगाये जाते हंै। उसी तरह कोरोना वैक्सीन को भी प्राथमिकता देते हुए सबको लगाना चाहिए। बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन निरापद है या नहीं, इसका परीक्षण जरूर होना चाहिए।
-विनित सांड,जयपुर
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कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए न्यूनतम आयु सीमा नहीं होनी चाहिए। जिस प्रकार बच्चे के जन्म से 16 साल तक कई प्रकार के टीके लगाये जाते हंै। उसी तरह कोरोना वैक्सीन को भी प्राथमिकता देते हुए सबको लगाना चाहिए। बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन निरापद है या नहीं, इसका परीक्षण जरूर होना चाहिए।
-विनित सांड,जयपुर
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कामकाजी लोगों को मिले प्राथमिकता
25 वर्ष से लेकर 60 वर्ष के ज्यादातर लोग अपने परिवार के पालन- पोषण के लिये घर से बाहर निकलते हैं। उनका निकलना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर वे बाहर जाएंगे, तभी तो शाम की रोटी का इंतजाम भी होगा। इसलिए सरकार को इस वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगानी चाहिए। अगर घर से बाहर निकला इंसान शाम को घर पर सुरक्षित आएगा, तो घर में बाकी लोग भी सुरक्षित होंगे।
-राहुल मुदगल, फतेहाबाद, आगरा
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25 वर्ष से लेकर 60 वर्ष के ज्यादातर लोग अपने परिवार के पालन- पोषण के लिये घर से बाहर निकलते हैं। उनका निकलना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर वे बाहर जाएंगे, तभी तो शाम की रोटी का इंतजाम भी होगा। इसलिए सरकार को इस वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगानी चाहिए। अगर घर से बाहर निकला इंसान शाम को घर पर सुरक्षित आएगा, तो घर में बाकी लोग भी सुरक्षित होंगे।
-राहुल मुदगल, फतेहाबाद, आगरा
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न्यूनतम उम्र 25 वर्ष कर देनी चाहिए
कोरोना वैक्सीन लगाने की न्यूनतम उम्र 25 वर्ष कर देनी चाहिए, क्योंकि यह भागदौड़ की उम्र होती है। इस उम्र के लोग पढऩे और कामकाज के लिए घर से बाहर जाते हैं। इसलिए इस आयु के लोगों को कोरोना संक्रमण का ज्यादा खतरा बना रहता है।
-सुरेंद्र बिंदल जयपुर
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कोरोना वैक्सीन लगाने की न्यूनतम उम्र 25 वर्ष कर देनी चाहिए, क्योंकि यह भागदौड़ की उम्र होती है। इस उम्र के लोग पढऩे और कामकाज के लिए घर से बाहर जाते हैं। इसलिए इस आयु के लोगों को कोरोना संक्रमण का ज्यादा खतरा बना रहता है।
-सुरेंद्र बिंदल जयपुर
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जरूरत के आधार पर तय हो
कोरोना की बीमारी उम्र देख कर नहीं आती, परंतु वैक्सीन की जरूरत सबसे ज्यादा उन लोगों को है, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता एक सामान्य व्यक्ति से कम है। जैसे वृद्ध , कोई ऐसा व्यक्ति जो लंबी बीमारी से जूझ रहा हो या किसी बीमारी की वजह से उसकी प्रतिरोधक क्षमता क्षीण हो गई हो । वैक्सीन की प्राथमिकता जरूरत के आधार पर तय होनी चाहिए ।
-सौरभ शर्मा, महासमुंद, छत्तीसगढ़
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कोरोना की बीमारी उम्र देख कर नहीं आती, परंतु वैक्सीन की जरूरत सबसे ज्यादा उन लोगों को है, जिनकी प्रतिरोधक क्षमता एक सामान्य व्यक्ति से कम है। जैसे वृद्ध , कोई ऐसा व्यक्ति जो लंबी बीमारी से जूझ रहा हो या किसी बीमारी की वजह से उसकी प्रतिरोधक क्षमता क्षीण हो गई हो । वैक्सीन की प्राथमिकता जरूरत के आधार पर तय होनी चाहिए ।
-सौरभ शर्मा, महासमुंद, छत्तीसगढ़
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हर उम्र के लोगों में है कोरोना का संक्रमण
कोरोना वैक्सीन आने के बावजूद संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। सरकार नागरिकों को उनकी उम्र के हिसाब से टीकाकरण कर रही है, जबकि कोरोना के मरीज हर उम्र में मिल रहे हैं। देश के हर उम्र के नागरिक को प्राथमिकता के हिसाब से टीके लगाना चाहिए।
-अमृतलाल मारू, धार, मप्र
कोरोना वैक्सीन आने के बावजूद संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। सरकार नागरिकों को उनकी उम्र के हिसाब से टीकाकरण कर रही है, जबकि कोरोना के मरीज हर उम्र में मिल रहे हैं। देश के हर उम्र के नागरिक को प्राथमिकता के हिसाब से टीके लगाना चाहिए।
-अमृतलाल मारू, धार, मप्र