कोरोना से लड़ते हुए अब तक एक वर्ष से ज्यादा हो गया है। मुंह पर मास्क लगाकर रखें, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से दूर रहें, दो गज की दूरी बनाए रखें तथा अपने हाथों को बार-बार धोते रहें। कोरोना वैक्सीन आ गई है। वैक्सीन लगवाएं। करोना के साथ जीना एवं लडऩा सीखें।
नरेन्द्र कुमार शर्मा, जयपुर
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कोरोनाकाल में हर वर्ग प्रभावित हुआ है। अब फिर से कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। समय रहते यदि नहीं चेते, तो पुन: लॉकडाउन जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। लोगों की लापरवाही इस कदर बढ़ गई है कि लोग मास्क पहनना तक भूल गए। विवाह समारोहों में आवश्यकता से अधिक भीड़ गंभीर लापरवाही का ***** है। हम सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन नहीं कर रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति को सतर्क व सजग रहने की आवश्यकता है। अपने स्वास्थ्य का स्वयं ध्यान रखें।
-अजिता शर्मा, उदयपुर
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पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों ने रफ्तार पकड़ ली है, जो चिंता की बात है। आमजन लापरवाह होते जा रहे हैं। बाहर जाएं तो मास्क जरूर पहनें एवं सामाजिक दूरी बनाए रखें। सरकार को फिर से इस मामले में जागरूकता पैदा करनी चाहिए। जल्द से जल्द सभी को कोरोना की वैक्सीन लगनी चाहिए।
अंजलि राठी, बीकानेर
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कोरोना का कहर देख चुके हैं। इसलिए सारी सावधानी बरतें। जब भी बाजार जाएं मास्क जरूर लगाएं। सबसे दूरी रखें। हाथ धोते रहें। ये सारी सावधानियां रखें तो कोरोना की दूसरी लहर का खास असर नहीं होगा।
-शैलेंद्र गुनगुना, झालावाड़
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कोरोना की वापसी चिंताजनक है। इससे बचने के लिए मास्क लगाना और सामाजिक दूरी बनाए रखना अति आवश्यक है। वरिष्ठ जन वैक्सीनेशन से डरें नहीं, शीघ्र ही वैक्सीन लगवाएं। सरकार रात्रि कफ्र्यू का समय भी पहले की तरह सायंकाल से सुबह आठ बजे तक करे। मुख्य बात हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे। स्वस्थ जीवन शैली व अपने खान पान को सुधार कर अपनी रोग निरोधक क्षमता को मजबूत करें, ताकि बीमारी से बचे रहें।
-लता अग्रवाल, चित्तौडग़ढ़ ।
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कोरोना की दूसरी लहर से बचने के लिए देश के समस्त नागरिकों को अपना उत्तरदायित्व समझना होगा। मास्क का सही उपयोग करें, हाथों को धोते रहें और हमेशा दो गज की दूरी बनाए रखें। सरकार ही सब कुछ नहीं कर सकती। सभी को सक्रिय होना होगा।
-अजय यादव पथरिया, मुंगेली, छत्तीसगढ़
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गत वर्ष जब कोरोना के मरीज अधिक हुए , तब कोई पक्का इलाज नहीं होने पर भारत सरकार ने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेद की दवाइयों के लिए गाइडलाइन जारी की थी। इसका असर हुआ। इसी कारण भारत में कोरोना से होने वाली मौतों में काफी कमी रही। आज हम फिर उस दौर से गुजर रहे हैं। वैक्सीन तो आ गई है, लेकिन यह कुछ सीमित व्यक्तियों तक ही पहुंची है और ऐसे केस भी देखने में आ रहे हैं कि दोनों वैक्सिंग लगने के बाद भी संक्रमण हो रहा है। इसलिए अब फिर इम्यूनिटी बढ़ाने वाले आयुर्वेदिक नुस्खे अपनाने होंगे।
-डॉ. अखलेश भार्गव, इंदौर
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कोरोना की लहर फिर से आने का मुख्य कारण लोगों द्वारा इस बीमारी को बहुत ही हल्के में लेना है। जैसे ही मरीज कम आने लगते हैं, लोग मास्क लगाना और हाथ धोना बंद कर देते हैं। भीड़ में जाना शुरू कर देते हैं। वैक्सीन आने से लोगों ने मान लिया है कि कोरोना खत्म हो गया है, लेकिन ऐसा नहीं है। लापरवाह लोगों की वजह से आज हम कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं। जब तक प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं लग जाती, तब तक हमें जागरूक रहने की आवश्यकता है।
-उर्मिला सिसोदिया, बेंगलूरु
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दूसरी लहर से बचने के लिए हमें पहले से भी ज्यादा चौकन्ना रहना होगा। जब लोगों के आस-पास जाएं तो मास्क लगाना न भूलें। लगातार हाथ धोते रहें। सैनिटाइजर भी साथ रखें। 6 फीट की दूरी के नियम को गंभीरता से फॉलो करें। कोरोना के किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें। ज्यादा दिक्कत होने पर तुरंत कोरोना की जांच कराएं। कोरोना गाइडलाइन का पालन करें
-संजय दमीवाल, चूरू
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कोरोना की दूसरी लहर से बचना है तो अनावश्यक घर से बाहर जाने से बचें। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें और बाहर जाने पर मास्क जरूर लगाएं। हाथ धोते रहें। इसके लिए सैनिटाइजर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
-दीपिका चौहान, इंदौर
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कोरोना की दूसरी लहर से बचने के लिए टीकाकरण की गति बढ़ानी होगी।सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ से बचना होगा। शादी-समारोहों में निर्धारित सीमा का ध्यान रखना होगा। बार-बार हाथ धोना और मास्क का प्रयोग करना भी जरूरी है।
-शिवजी लाल मीना, जयपुर