कौन-सा दल, किधर जाएगा
तमिलनाडु की राजनीति के दो बड़े किरदार रहे हैं द्रमुक और अन्नाद्रमुक। दोनों दल दिल्ली की राजनीति को लेकर रवैया समय के साथ बदलते रहे हैं। 1996 से 2004 तक अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार को द्रमुक व अन्नाद्रमुक ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष समर्थन दिया था। जयललिता के समर्थन खींचने से वाजपेयी सरकार गिरी भी थी। दिलचस्प है कि लोकसभा चुनाव के बाद ये दल किसके पाले में जाएंगे? फिलहाल द्रमुक, यूपीए का सहयोगी है। अन्नाद्रमुक अभी किसी के साथ नहीं है, लेकिन अपरोक्ष रूप से भाजपा के नजदीक दिखती है। स्टालिन और मोदी के बीच पर्दे के पीछे की मुलाकातें भी यहां चर्चा में है।रजनीकांत बनाम कमल हासन
तमिलनाडु की राजनीति पर दशकों से फिल्मी सितारों का बोलबाला रहा है। शिवाजी गणेशन से एमजी रामचंद्रन और करुणानिधि से जयललिता अपने करिश्मे से मतदाताओं के मानस को पढऩे और समझने में कामयाब रहे। इस बार रजनीकांत और कमल हासन राजनीति के अखाड़े में कूद रहे हैं। बड़ा सवाल है कि क्या ये दोनों सितारे करुणानिधि और जयललिता की जगह ले पाएंगे। इनका फिल्मी करिश्मा राजनीति में कितना चलेगा, सबकी निगाहें लगी हैं। रजनीकांत को भाजपा के नजदीक, तो कमल हासन को भाजपा के विरोध में माना जाता है।विधानसभा चुनाव भी साथ संभव
ड्राई फ्रूट्स के थोक विक्रेता अयप्पा का मानना है कि राज्य के राजनीतिक हालात ऐसे हैं कि लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव होने के आसार भी बन रहे हैं। उनकी राय है कि इस बार यहां द्रमुक का पलड़ा भारी रहेगा। कारण ये कि जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक में कोई नेता ऐसा नहीं, जिसका पूरे राज्य में प्रभाव हो, जबकि स्टालिन बड़े नेता हैं। वहीं फैंसी आइटम विक्रेता दलपत राजपुरोहित का साफ मानना है कि तमिलनाडु में इस बार राजनीति अस्थिर है, लेकिन कोई चमत्कार भी हो सकता है। दोनों बड़े दल खींचतान में व्यस्त हैं और फिल्म अभिनेता भी अखाड़े में कूद रहे हैं। स्थिरता आने में कुछ समय लगेगा।द्रमुक दो दशक बाद फिर जीरो पर
– लोकसभा चुनाव 2014 में एआइएडीएमके ने अपना सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। 39 में से 37 सीटें जीतने में सफल रही।– कांग्रेस को अब तक के सबसे कम 4.31 फीसदी वोट मिले और पार्टी कोई सीट नहीं जीत पाई।
– डीएमके दो दशक बाद फिर शून्य पर सिमटी। इससे पहले १९९१ के लोकसभा चुनाव में भी डीएमके कोई सीट नहीं जीत पाई थी।
– एनडीए ने 2 सीटें जीती, जिनमें 1 भाजपा और 1 पीएमके ने जीती।
तमिलनाडु
लोकसभा सीट-39 क्षेत्रफल -130060 वर्ग किमी आबादी- 72147030 जिले-32 2014 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों का प्रदर्शन (प्राप्त सीटें और वोट शेयर) एआईडीएमके -37 सीट 44.9 फीसदीवर्ष | मतदान |
2014 | 73.7 |
2009 | 73.1 |
2004 | 60.6 |