– नरेश कानूनगो, देवास, म.प्र. …………… लोन के चक्रव्यूह में फंसते परिवार बढ़ती हुई महंगाई और लोन के चक्रव्यूह में फंसने से बचत नहीं हो पाती है। लोन की किस्त में हर माह मोटी रकम चली जाती है जिससे परिवारों को बचत करना असम्भव होता है। जिस हिसाब से महंगाई बढ़ रही है, उस हिसाब से आमदनी नहीं बढ़ती। -दिलीप शर्मा, भोपाल, मध्यप्रदेश
……………. अधिक खर्च है कारण बचत देश की आर्थिक प्रगति का आधार है। अर्थव्यवस्था के विकास के लिए घरेलू बचत का होना बहुत जरूरी है। महंगाई के लगातार ऊंचे स्तर पर बने रहने से लोगों की घरेलू बचत घट गई है। क्षमता से अधिक खर्च व अत्यधिक कर्ज लेने की प्रवृत्ति दिनों-दिन बढऩे के कारण बचत नहीं हो पा रही। क्रेडिट कार्ड के अत्यधिक उपयोग ने भी बचत योजनाओं के आकर्षण को कम कर दिया है।
-प्रदीप सिंह, कोटा ……………… बदल गया रहन-सहन आज से कुछ दशक पहले अगर जनजीवन पर ध्यान दें तो भोग विलास की वस्तुएं बहुत कम थीं। व्यक्ति साधारण तरीके से गुजर बसर करते थे। आजकल लोगों का रुझान-चमक धमक वाले घर, पहनावे, महंगी कार जैसी चीजों की तरफ बहुत अधिक बढ़ा है। मोबाइल, टीवी आदि ने भी लोगों की बचत को बहुत अधिक घटाया है।
-नटेश्वर कमलेश, चांदामेटा, मप्र ……………… कम हुए काम धंधे परिवारों की घरेलू बचत में गिरावट के दो ही मुख्य कारण नजर आते हैं। पहला तो कोरोना के समय में लोगों के काम धंधे चले गए और वे कर्ज के भार से दब गए। ऐसे में बचत कहां से हो? दूसरा मुख्य कारण लोगों का रुझान भौतिक सुख सुविधाओं की ओर हो गया। इसलिए घरेलू बचत में कम आ रही है।
– निर्मला देवी वशिष्ठ राजगढ़ अलवर ……….. बढ़ गई देनदारियां कम आमदनी और खर्च अधिक होने से घरेलू बचत कम हो रही है। बचत दर में गिरावट की एक वजह परिवारों की देनदारियों में हुई बढ़ोतरी भी है, जिसमें बड़ी हिस्सेदारी आवास ऋण की है।
-सुनील सारस्वत, बीकानेर ……………. अनावश्यक खरीद परिवारों की बचत में गिरावट का मुख्य कारण है बढ़ती महंगाई। चाहे उपभोक्ता वस्तुएं हों, शिक्षा प्राप्ति के संसाधन हों या चिकित्सा, सब महंगी हैं। इसके साथ ही दूसरों की देखा-देखी अनावश्यक खरीद परिवारों की बचत में गिरावट का प्रमुख कारण बनती जा रही है। शादी समारोह, मृत्युभोज , जन्मदिन और अन्य आयोजनों पर खूब खर्च किया जा रहा है।
-भगवती प्रसाद गेहलोत, मंदसौर, मप्र