प्रदूषण बढऩे और वृक्षों की कटाई के कारण हम जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संबंधी गंभीर संकट से जूझ रहे हैं। गर्मी नए कीर्तिमान रच रही है, बारिश की अनिश्चितता बढ़ती जा रही है, भूगर्भीय जल- स्तर भी लगातार नीचे जा रहा है। वृक्षों की अंधाधुंध कटाई के कारण मिट्टी का क्षरण हो रहा है और नदियों के किनारे भी टूट रहे हैं। विकास की आड़ में जंगलों का सफाया हो रहा है। अगर ऐसे ही वनों को काटा गया तो इंसान का अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाएगा। इसलिए वृक्ष बचाने और बढ़ाने पर ध्यान देना होगा।
-साजिद अली, इंदौर ……. इच्छाशक्ति का अभाव प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जिसके कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। सिर्फ दिखावे के लिए पर्यावरण संरक्षण की बात की जाती है। नदी साफ रखने। लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता जगाने और वृक्षारोपण का दो-चार दिन ढोंग करते है पर इच्छाशक्ति किसी की नहीं है। गोपाल जे. धारकर , बुरहानपुर, मप्र
………… कचरे से भी फैलता है प्रदूषण प्रदूषण कम न होने का प्रमुख कारण शहर व गांव में कचरे के डिस्पोजल की समुचित व्यवस्था का न होना भी है। हर शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर देखे जा सकते है। घरों का कचरा खुले में पड़ा रहता है। कचरा उठाने में व्यवस्था ठीक की जाए। जगह-जगह कूड़ादान रखे जाएं।
-राम किशोर ओझा, ग्वालियर ………. वाहनों से फैल रहा प्रदूषण आजकल वाहनों की संख्या अत्यधिक बढ़ रही है। खटारा वाहन भी चल रहे हंै। इसके कारण वातावरण प्रदूषित हो रहा है। वातावरण में जहर घुल रहा है। दूसरी तरफ पेड़ काटे जा रहे हैं। प्राकृतिक व हरे भरे स्थानों को आवासीय क्षेत्र मे तब्दील किया रहा है। पहाड़ों को खोखला किया जा रहा है। इससे ऑक्सीजन की कमी हो रही है। औद्योगिक फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुआं भी प्रदूषण का कारण है।
-लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़ …………… जन सहभागिता की जरूरत भले ही सरकारें प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए पानी की तरह बजट बहा रही हों परंतु जमीनी स्तर पर इसका असर नहीं हो पा रहा। असल में सरकार की योजनाओं से जनता नहीं जुड़ पा रही। यही कारण है कि लाख उपाय के बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं। प्रदूषण नियंत्रण में आमजन की सहभागिता आवश्यक है। इस दिशा मे सरकार को प्रयास करने होंगे।
-गजानंद गुरु, जयपुर ………….. उद्योग बढ़ा रहे हैं वायु प्रदूषण प्राकृतिक संसाधनों का अंधाधुंध उपयोग तथा लगातार बढ़ती आबादी के कारण औद्योगीकरण में अधिक बढ़ोतरी हुई है। उद्योगों से निकलने वाली जहरीली हवा के कारण वायु प्रदूषण बढ़ रहा है।
आर्यन वीर, सूरतगढ़ ……………. जनसंख्या भी है कारण जनसंख्या में निरंतर बढ़ोतरी होने के कारण पर्यावरण पर दबाव बढ़ता जा रहा है। लोग आवास बनाने के लिए वृक्षों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं जिससे वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन जैसी गैसों का दबाव लगातार बढ़ रहा है। जनसंख्या वृद्धि होने के कारण उद्योगों का विकास और वाहनों की बढ़ोतरी भी प्रदूषण को कम करने में बाधा बन रही है। प्रदूषण को रोकने के लिए वृक्षों की कटाई को रोकना होगा।
मीना सनाढ्य, उदयपुर