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आपकी बात, थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने पर ध्यान क्यों नहीं है?

Published: Sep 20, 2021 06:16:10 pm

Submitted by:

Gyan Chand Patni

पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।

आपकी बात, थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने पर ध्यान क्यों नहीं है?

आपकी बात, थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने पर ध्यान क्यों नहीं है?

हर थाने में जरूरी हैं सीसीटीवी कैमरे
अपराधों से जुड़े पुख्ता साक्ष्य जुटाने में एवं अपराधियों को धर दबोचने में सीसीटीवी कैमरों ने कमाल कर दिया है। इसके बाद भी थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के मामले में सुस्ती बरती जा रही है। केंद्र सरकार सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए राज्य सरकारों को कड़े निर्देश जारी करे। पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने में राज्य शासन को विशेष रुचि दिखानी चाहिए। हर थाने में सीसीटीवी कैमरे होने ही चाहिए ।
-सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ़ कोरिया, छत्तीसगढ़
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पुलिस का काम प्रभावित होगा
पुलिस स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाने से पुलिस की स्वतंत्रता, निजता व कार्यशैली प्रभावित होगी। फिर बजट की कमी, प्रशासनिक उदासीनता, विभागीय अनदेखी से कैमरे लगाने का कार्य सिरे नहीं चढ़ पाता।
-मदनलाल लम्बोरिया, भिरानी
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पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार
थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने पर ध्यान नहीं देने का मुख्य कारण यही कहा जा सकता है कि कहीं न कहीं पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार जगजाहिर न हो जाए । थानों में पुलिस कर्मचारियों का आम जनता के साथ किस प्रकार का व्यवहार किया जाता है, यह किसी से छिपा नहीं है। आज भी आम आदमी थानों में जाने के नाम पर डरा-डरा सा रहता है। यही वजह है कि थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने से बचा जा रहा है।
-आशुतोष शर्मा, जयपुर
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पोल खुलने का डर
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद कई राज्यों ने कैमरे लगाने के प्रति रुचि नहीं दिखाई है। इन्हें लगाने के लिए अभी कोई सख्ती न होने से भी, ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। थानों में इस तरह के कैमरे लगाने से वहां होने वाली सभी तरह की गतिविधियां रेकॉर्ड हो जाएंगी, जिससे वहां की पोल खुलने का डर रहेगा।
-नरेश कानूनगो, बेंगलूरु
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ताकि हो मानवाधिकारों की रक्षा
पुलिस प्रशासन का कार्य आम जनता की सुरक्षा और उसके अधिकारों की सुरक्षा से संबंधित है, लेकिन पुलिस की कस्टडी में मौत या प्रताडऩा के मामले भी सामने आते रहते हैं। आम जनता पर पुलिस के अत्याचार की घटनाएं भी आम हो गई हैं। ऐसे में जनता न्याय की अपेक्षा किससे करे? मानवाधिकार की रक्षा होनी चाहिए। इसके लिए सभी पुलिस स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए।
-अजिता शर्मा, उदयपुर
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बढ़ रहे हैं अपराध
आजकल अपराध इतने बढ़ गए हैं कि कोई भी जगह सुरक्षित महसूस नहीं होती है। पुलिस थानों में भी अपराध को अंजाम दिया जा रहा है। कई पुलिसकर्मी भी अपराध में लिप्त हैं। शायद यही वजह है, जिससे थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने पर ध्यान नहीं है।
-श्यामू, अलवर
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बढ़ेगा आपसी विश्वास
पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगने से पुलिसकर्मियों की कार्यकुशलता में वृद्धि होगी। इसके साथ ही कार्य में पारदर्शिता की भी बढ़ोतरी होगी। पुलिस थानों में आमजन व पुलिस के बीच होने वाले आरोप- प्रत्यारोप में कमी आएगी। थानों में लोगों के साथ पुलिस के व्यवहार में सुधार होगा। पुलिस व आमजन के बीच एक समझ विकसित होगी।
-अनुपम कुमार, सीकर
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प्रशासनिक लापरवाही
बजट की कमी से थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने पर ध्यान नहीं है। फिर थानाधिकारी भी इस तरह की व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं हैं। आजकल थानों में भी दुष्कर्म के मामले सामने आते रहते हैं। इसलिए प्रत्येक थाने मे सीसी टीवी कैमरे अनिवार्य कर देने चाहिए ।
-लता अग्रवाल चित्तौडग़ढ़
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पारदर्शी पुलिस तंत्र जरूरी
पुलिस थाने में पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज नहीं करने या पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार करने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। पारदर्शी पुलिस तंत्र बनाने के लिए थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाना एक बेहतर कदम हो सकता है, लेकिन पुलिस प्रशासन इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा। आज हर जगह सीसीटीवी कैमरे लग हुए हैं, तो थानों को इस व्यवस्था से दूर क्यों रखा जा रहा है?
-हनुमान बिश्नोइ, धोरीमन्ना, बाड़मेर
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गोपनीयता आवश्यक
सीसीटीवी कैमरे कार्य में पारदर्शिता लाने का अच्छा साधन हैं। थानों का कार्य अलग तरीके का है। अपराध अन्वेषण में कई बार नियमों से हटकर भी कार्रवाई करनी पड़ती है। इस कर्रवाई से अपराधों का खुलासा भी होता है। इसी कारण थाने में गोपनीयता आवश्यक है। इसके अलावा थानों में पर्याप्त बजट का अभाव भी कैमरे लगाने में बाधक बनता है।
-कुलदीप पारीक, नागौर
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