एक बार राजकीय सेवा में नियुक्त हो जाना मतलब चिंता से मुक्ति। प्राइवेट नौकरी की तरह कभी भी हटाने का डर नहीं। सेवा पूरी होने पर आजीवन पेंशन। समय-समय पर अवकाश और इलाज की सुविधा। कई सरकारी पदों पर कार्यभार की अधिकता नहीं।
-ग्यारसीलाल सेन, झालावाड़
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सरकारी नौकरी को प्राथमिकता देने के पीछे सबसे बड़ा कारण है सुरक्षित भविष्य। हर युवा चाहता है कि भले ही चाहे शुरुआत में आय कम हो, लेकिन भविष्य सुरक्षित होना चाहिए। प्राइवेट नौकरी में शोषण होता है। निजी व्यवसाय के डूबने की आशंका रहती है।
-राजू शर्मा, खंडेला, सीकर
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युवा नए काम के लिए संसाधन नहीं जुटा पाता है तथा निजी नौकरी में अनिश्चितता रहती है। सरकारी नौकरी में वर्तमान के साथ अपने भविष्य भी सुरक्षित रहता है। इसलिए सरकारी नौकरी को प्राथमिकता दी जाती है।
-विष्णु चौखड़ा, मकराना, नागौर
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महामारी के बाद लोगों में सरकारी नौकरी के प्रति आकर्षण ज्यादा बढ़ा है क्योंकि इसमें सभी अपने आपको सुरक्षित महसूस करते हैं। यहां काम का बोझ कम होता है। छुट्टियां खूब मिलती हैं। चिकित्सा सुविधा भी है। निजी क्षेत्र में नौकरी और स्वयं के कारोबार में जोखिमों के कारण युवा सरकारी नौकरी को प्राथमिकता देने लग गए हंै।
-चंद्रशेखर प्रजापत, बासनी, जोधपुर
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युवा वर्ग सरकारी नौकरी को प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि इसमें कम काम, अधिक आराम व भरपूर पैसे मिलते हैं। नौकरी स्थाई होती है और भविष्य सुरक्षित है। सेवानिवृत्ति के पश्चात् भी परिवार के भरण पोषण की चिन्ता नहीं।
– प्रहलाद यादव,महू,मध्य
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सरकारी नौकरी होने से सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है तथा नौकरी सुरक्षित रहती है। वेतन में लगातार वृद्धि होती रहती है और समय-समय पर पदोन्नति भी मिलती है।
-सुभाष धायल, बीकानेर
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सरकारी नौकरी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के साथ जीवन को आसान बनाती है। चिकित्सा, नियमित वेतन वृद्धि के साथ अनेक सुविधाएं मिलती हैं। सरकारी नौकरी में पेंशन योजना का लाभ प्राप्त होता है, जिससे परिवार का भविष्य सुरक्षित रहता है। सरकारी नौकरी युवा वर्ग को हर तरह की सुरक्षा प्रदान करती है।
-मोदिता सनाढ्य, उदयपुर
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सरकारी नौकरी को प्राथमिकता देने के प्रमुख कारणों में नौकरी के स्थायित्व के साथ-साथ समय अनुसार पदोन्नति, वेतन वृद्धि की सुनिश्चितता भी होती है। सरकारी नौकरी में अवकाश ओर काम करने के निर्धारित घंटे जैसे प्रावधान जीवन को व्यवस्थित रखते हैं।
-बाल कृष्ण जाजू, जयपुर