नई दिल्ली। बॉलीवुड स्टार सलमान खान को सुनहरे पर्दे पर ओलंपिक पदक जीतने के बाद प्रोफेशनल फाइटिंग में चैंपियन बनने वाले ‘सुल्तान’ का अभिनय करते आपने देखा, लेकिन अब यह कहानी हकीकत में भी दिखाई देगी। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार का डब्ल्यूडब्ल्यूई प्रोफेशनल कुश्ती में हाथ आजमाना तय हो गया है। 33 साल के सुशील अगले साल नवंबर में खली, अंडरटेकर की तरह डब्ल्यूडब्ल्यूई कुश्ती के रिंग में कई-कई पहलवानों को एकसाथ धूल चटाते दिखाई देंगे।
इसके लिए अमेरिका की वल्र्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (डब्ल्यूडब्ल्यूई) में एक फ्रेंचाइजी विंसे मैकमोहन कंपनी से उनका करार हो गया है। दोनों पक्षों के बीच इस मुद्दे पर बात अक्टूबर में शुरू हुई थी, जिस पर अब फाइनल मुहर लगा दी गई है। सुशील को इसके लिए कितना पैसा मिलेगा, इसका खुलासा दोनों ही पक्षों ने नहीं किया है। लेकिन बताया जा रहा है कि यह बहुत बड़ी रकम है।
हालांकि शुरुआत में इस मामले में बहुत सारे उतार-चढ़ाव भी रहे, क्योंकि सुशील प्रोफेशनल कुश्ती में उतरकर अपना एमेच्योर कुश्ती करियर खत्म करते हुए देश के लिए कई और पदक जीतने की इच्छा छोडऩे को तैयार नहीं थे। लेकिन बताया जा रहा है कि कंपनी की तरफ से उन्हें दिया गया फाइनल ऑफर एेसा था कि वह द ग्रेट खली की तरह देश छोड़कर अमेरिका जाने के लिए तैयार हो गए हैं।
सुशील से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि अक्टूबर में सुशील ने कंपनी की तरफ से मिले ऑफर पर कोई ध्यान नहीं दिया था, लेकिन कंपनी के प्रतिनिधि की तरफ से लगातार फोन किए जाने पर कई बार की वार्ता के बाद वह आखिरकार तैयार हो गए। उन्हें तैयार करने में कंपनी की तरफ से दिए गए फाइनेंशियल ऑफर और सुशील की शर्तों को मानने ने भी योगदान दिया।
सूत्र ने बताया कि अगले साल नवंबर तक भारत में कुश्ती सीजन खत्म हो चुका होगा और सुशील अपने एमेच्योर करियर में कुछ और उपलब्धियां जोडऩे का सपना भी पूरा कर लेंगे। एेसे में नवंबर उनके डब्ल्यूडब्ल्यूई में पदार्पण के लिए बेहतरीन समय होगा। रियो के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाने और उसके बाद नरसिंह यादव के डोपिंग प्रकरण में अपना नाम उछलने से आहत सुशील की दोबारा मेडल जीतने की भूख बहुत बढ़ गई है और यही कारण है कि उन्होंने शुरुआत में कंपनी के ऑफर को भाव नहीं दिया।