जयपुर के रहने वाले हैं मिश्रा
जयपुर के टोंक रोड के निवासी नरेंद्र कुमार मिश्रा 70 के दशक के राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी रहे हैं। मिश्रा ने राजस्थान खेल मंत्रालय के अंतर्गत कोच के तौर पर भी राष्ट्र को अपनी सेवा दी थी। लेकिन अब इनके लिए घर का किराया देना भी मुश्किल हो रहा था। इनकी कठिन आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए उनके लिए 5 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। सहायता राशि पंडित दीनदयाल उपाध्याय नेशनल वेलफेयर फंड फॉर स्पोर्ट्सपर्सन से दी गई है।
जयपुर के टोंक रोड के निवासी नरेंद्र कुमार मिश्रा 70 के दशक के राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी रहे हैं। मिश्रा ने राजस्थान खेल मंत्रालय के अंतर्गत कोच के तौर पर भी राष्ट्र को अपनी सेवा दी थी। लेकिन अब इनके लिए घर का किराया देना भी मुश्किल हो रहा था। इनकी कठिन आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए उनके लिए 5 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। सहायता राशि पंडित दीनदयाल उपाध्याय नेशनल वेलफेयर फंड फॉर स्पोर्ट्सपर्सन से दी गई है।
देखिए मैच से छुट्टी ले कर कैसे बहन की शादी में मस्ती की धवन ने अपर्याप्त आर्थिक संसाधनों के चलते मिश्रा किराए के घर में कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहे हैं । खेल मंत्रालय ने राजस्थान सरकार से भी मिश्रा की यथोचित सहायता का आग्रह किया है। इस सप्ताह ये खेल मंत्रालय की दूसरी ऐसी सहायता है। खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने हाल ही में खेल और युवा मामलों का मंत्रालय संभाला है। उन्हें यहां स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। मंत्री बनने के साथ ही उन्होंने साफ कर दिया था कि वे इस विभाग में लाल फीताशाही को खत्म करने पर जोर देंगे।
आपको बता दें कि राज्यवर्धन राठौड़ राजस्थान के जैसलमेर के रहने वाले हैं। उन्होंने 2004 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में डबल ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक जीता था।