तय किए गए हैं क्वालिफिकेशन मानदंड
आईओए की शनिवार को यहां हुई कार्यकारी परिषद की बैठक के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बत्रा ने यह भी घोषणा की कि इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में होने वाले एशियाई खेलों-2018 के लिए एक क्वालिफिकेशन मानदंड भी तय किया गया है। बत्रा ने कहा, “हमने क्वालिफिकेशन के लिए कुछ मानदंड तय किए हैं। इसमें 2014 में हुए एशियाई खेलों और एशियाई चैम्पियनशिप में खिलाड़ियों और टीमों के प्रदर्शन को देखा जाएगा। इसमें हर खेल में टीमों के लिए अंतिम-8 में होना और व्यक्तिगत खिलाड़ियों का अंतिम-6 में शामिल होना जरूरी है।”
समिति करेगी खिलाड़ियों के प्रदर्शन का आंकलन
उन्होंने कहा, “क्वालिफिकेशन का यह मानदंड कोई सख्त नियम नहीं हैं। हमने कई खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार भी देखा है। इसीलिए, एक समिति का निर्माण किया गया है, जो खिलाड़ियों के प्रदर्शन का आंकलन करेगी।” बत्रा ने कहा, “किसी भी स्तर पर होने वाले अंतर्राष्ट्रीय खेलों में अगर टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं होता है, तो इसमें आईओए को ही दोषी ठहराया जाता है। हमने क्वालिफिकेशन मानदंड तैयार करके कुछ अलग नहीं किया है। अगर कोई भी एथलीट भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहता है तो भारतीय टीम की जर्सी को हासिल करने के लिए उसे मेहनत करनी होगी। अगर हम एथलीटों से इसके लिए शीर्ष 6 में शामिल होने की मांग कर रहे हैं तो मुझे नहीं लगता कि हमने कुछ ज्यादा मांगा है। हम केवल पारदर्शी होने की कोशिश कर रहे हैं।”
30 जून को जारी की जाएगी अंतिम सूची
बत्रा ने कहा कि अभी के लिए जारी की गई 2370 सदस्यीय सूची में 1938 एथलीट हैं और 399 अधिकारी शामिल हैं। हालांकि अंतिम सूची 30 जून को प्रस्तुत की जाएगी। इस लंबी सूची के पीछे का कारण बताते हुए बत्रा ने कहा, “एशियाई खेलों के आयोजन से पहले कई खिलाड़ियों को चोट लगने का खतरा होता है और अन्य किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में इन खेलों में भारतीय टीम पर किसी प्रकार का प्रभाव न पड़े इसके लिए ही इतनी लंबी सूची तैयार की गई है।”