56 साल बाद हुआ ऐसा-
इस रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन के साथ खास बात यह रही कि भारत के लिहाज से ऐसा 55 साल बाद हुआ, जब एक ही इवेंट में भारत के दो एथलीटों ने स्वर्ण और रजत पदक पर कब्जा जमाया हो। बताते चले कि इससे पहले साल 1962 में भारत के मिल्खा सिंह और मक्खन सिंह की जोड़ी ने 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण और रजत पदक पर कब्जा जमाया था।
कांस्य पदक पर कतर का कब्जा-
800 मीटर की दौड़ में भारत के दो एथलीटों के शीर्ष पर रहने के बाद तीसरे स्थान पर कतर के अब्दुला अबु बकर रहे। बकर ने यह दौड़ एक मिनट 46.38 सेकेंड में पूरी की। मनजीत अंतिम 200 मीटर तक पांचवें स्थान पर चल रहे थे लेकिन बाद में उन्होंने चतुराई से अपनी रफ्तार बढ़ाई और जिनसन तथा अबु को पछाड़ स्वर्ण अपने नाम किया।
दूती चंद भी स्वर्ण के करीब-
इस दोहरी कामयाबी के साथ-साथ भारत की महिला धाविका दुती चंद ने 200 मीटर स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाते हुए एक और स्वर्ण पदक की उम्मीद जगा दी है। दुती ने सेमीफाइनल के हीट-1 में 23.00 सेकेंड का समय निकालते हुए पहला स्थान हासिल किया।
हिमा ने किया निराश-
दूसरे स्थान पर बहरीन की इडीडोंग ओडियोंग 23.01 सेकेंड का समय निकाल कर दूसरे स्थान पर रहीं। चीन की कोंग लिंगवेई ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया। उन्होंने 23.32 सेंकेड का समय निकाला। वहीं, इसी स्पर्धा में भारत को एक बड़ा झटका लगा है। पदक की दावेदार मानी जा रहीं हिमा दास फॉल्स स्टार्ट के कारण इस रेस से बाहर हो गईं। वह हीट-2 में शामिल थीं।