ऑस्ट्रेलिया ने आक्रमकता दिखाई
अनुभवी खिलाड़ी सरदार सिंह ने कॉर्नर से गेंद ड्रैग की और एस.वी सुनील ने अपने कब्जे में लेते हुए वरुण कुमार को पास की। वरुण ने इसे सीधे शॉट के साथ आस्ट्रेलिया के गोल पोस्ट पर पहुंचाकर भारतीय टीम का स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। 14वें मिनट में आस्ट्रेलिया को पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल करने का मौका मिला, जिसमें वह असफल रही। आस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों ने हालांकि, भारतीय टीम के खिलाड़ियों को संभलने का मौका नहीं दिया और भारतीय टीम के कप्तान और गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश दूसरी बारी में टॉम क्रेग के शॉट को संभाल नहीं पाए और आस्ट्रेलिया ने पहले क्वार्टर में 2-1 से बढ़त हासिल कर ली।
धीरे-धीरे छूटता गया मैच
दूसरे क्वार्टर में भारत को तीन बार पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल के मौक मिले और दोनों बार वह स्कोर बराबर करने में असफल रही। आस्ट्रेलिया को 22वें मिनट में दूसरी बार पेनाल्टी कॉर्नर मिला और इसमें प्रतिद्वंद्वी टीम की ओर से किए गए दो प्रयासों को गोलकीपर श्रीजेश ने शानदार तरीके से असफल कर दिया। इसके बाद दो बार फिर टीम को पेनाल्टी कॉर्नर का मौका मिला और दोनों बार आस्ट्रेलिया असफल हुई। तीसरे क्वार्टर में ही मनप्रीत को पांच मिनट के लिए बाहर कर दिया। ऐसे में नौ खिलाड़ियों वाली भारतीय टीम पर दबाव बनाते हुए ट्रैंट मिटन ने 33वें मिनट में फील्ड गोल कर 3-1 की बढ़त ली। 34वें मिनट में आस्ट्रेलिया के पेनाल्टी कॉर्नर से गोल करने की कोशिश को भारतीय टीम ने असफल कर दिया।
मिले अवसरों को भुनाने से चुकी टीम इंडिया
चौथे क्वार्टर में आस्ट्रेलिया ने मैच पर अपना डिफेंस मजबूत रखते हुए दबदबा बनाया लेकिन अपनी कोशिशों को जारी रखते हुए 58वें मिनट में मिली पेनाल्टी कॉर्नर के जरिए हरमनप्रीत सिंह के गोल के दम पर भारतीय टीम ने स्कोर 2-3 किया। अंतिम मिनट में एक बार फिर भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन टीम इस अवसर को भुना नहीं पाई और अंत में उसे आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।