शूटआउट में जीती कंगारू टीम-
शूटआउट में आस्ट्रेलिया के लिए जेलेवस्की, बीले और जेरेमी एडवर्ड ने गोल किए जबकि भारत के लिए मनप्रीत सिंह ने एकमात्र गोल दागा। भारत की ओर से सरदार सिंह, ललित उपाध्याय और हरमनप्रीत सिंह गोल नहीं कर सके।आस्ट्रेलिया ने इससे पहले 2016 में भी फाइनल में भारत को शूटआउट में मात देकर खिताब जीता था।
पेनाल्टी कॉर्नर का फायदा नहीं मिला-
भारतीय टीम मुकाबले के पहले क्वार्टर में मिले दो पेनाल्टी कॉर्नर का फायदा नहीं पाई जबकि आस्ट्रेलिया ने 24वें मिनट में पहले ही पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल में तब्दील कर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। आस्ट्रेलिया के लिए यह गोल गोवर्स ने दागा। आस्ट्रेलिया ने इस बढ़त को हाफ टाइम तक कायम रखा। दूसरे हाफ में 33वें मिनट में भारत को उसका चौथा पेनाल्टी कॉर्नर हासिल हुआ। लेकिन मनप्रीत इस मौके को गले नहीं लगा पाए। भारत ने अपना आक्रमण जारी रखा और 37वें मिनट में भारत ने पेनाल्टी के लिए रेफरल मांगा लेकिन उसका यह रेफरल खारिज कर दिया गया।
विवेक सागर ने किया शानदार गोल-
मुकाबले के 42वें मिनट में भारत को उस समस एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब विवेक सागर प्रसाद ने मैदानी गोल कर स्कोर 1-1 से बराबरी पर ला दिया। भारत ने तीसरे क्वार्टर की समाप्तिक तक इस बराबरी को कायम रखा। मैच का चौथा और आखिरी क्वार्टर काफी रोमांचक रहा। भारत के पास 54वें मिनट में बढ़त लेने का मौका था लेकिन आस्ट्रेलिया के गोलकीपर ने इसका शानदार बचाव कर भारतीय टीम को बढ़त नहीं लेने दिया।
मेजबान नीदरलैंंड्स को मिला तीसरा स्थान-
मुकाबला समाप्त होने को पांच मिनट बचा था लेकिन दोनों टीमों में से कोई भी बढ़त नहीं ले पाई और मुकाबला शूटआउट में चला गया, जहां आस्ट्रेलिया ने भारत को 3-1 से शिकस्त देकर खिताब जीत लिया। इससे पहले, छह टीमों की इस टूर्नामेंट में मेजबान नीदरलैंड्स ने दिन के एक अन्य मैच में ओलंपिक चैंपियन अर्जेटीना को 2-0 से हराकर तीसरा स्थान हासिल किया। वहीं बेल्जियम ने पाकिस्तान को 2-1 से मात देकर पांचवां स्थान प्राप्त किया।