भारतीय बॉक्सर मनोज कुमार ने रियो ओलंपिक का टिकट हासिल करने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह करते हुए अपने झंडे के नीचे खेलने की इच्छा जताई
कुलदीप पंवार
नई दिल्ली। रिंग के बाहर देखने पर तिरंगे की बजाय आइबा का झंडा अपना प्रतिनिधित्व करता देखकर हौसला आधा हो जाता है। प्रेरणा नहीं मिलती। हमने रियो के लिए टिकट लेकर दिखाया, अब बॉक्सिंग संघ के चुनाव जल्द से जल्द हों और हमें ओलंपिक में अपने तिरंगे के नीचे ही उतरने का अवसर मिले। पिछले दिनों खेलों के लिए बहुत काम करने जरूरत जताने वाले आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से आग्रह करूंगा कि वे हस्तक्षेप करें और सभी बॉक्सरों को एकसाथ बैठाकर उनसे पूछे कि क्या चाहिए? मुझे यकीन है कि सभी एक ही बात कहेंगे हम अपने झंडे के नीचे ओलंपिक खेलना चाहते हैं। मोदी जी, हमारे संघ के चुनाव जल्द से जल्द कराकर हमें ये मौका दीजिए। ये बात भारतीय बॉक्सर मनोज कुमार ने अजरबैजान की राजधानी बाकू में रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के बाद “पत्रिका” से फोन पर बातचीत में कही।
सभी के विरोध ने दी इस सफलता की ताकत
बेहद भावुक लग रहे मनोज ने रियो का टिकट हासिल करने को पिछले कई साल से चल रही लड़ाई मेें जीत बताया। बता दें कि लंदन ओलंपिक में भारतीय दल में शामिल रहे मनोज कुमार को उनकी उपलब्धियों के बावजूद अर्जुन अवॉर्ड नहीं दिए जाने के खिलाफ उन्होंने आंदोलन किया और उसके बाद ही उन्हें देश के इस सर्वोच्च खेल सम्मान से नवाजा गया। मनोज का कहना है कि इसके बाद से ही मुझे लगातार नजरअंदाज किया जा रहा था। लेकिन हर अनदेखी मुझे आगे बढऩे की ताकत देती थी और आज इसी विरोध के कारण मेरे अंदर आई ताकत ने मुझे ये सफलता दिलाई है।
सभी प्रतिद्वंद्वियों से ज्यादा हूं अनुभवी
मनोज ने कहा कि रियो ओलंपिक में मेरे भार वर्ग 64 किग्रा के अधिकतर बॉक्सर नए हैं। उनके खिलाफ मैं खेल चुका हूं और उनसे ज्यादा अनुभवी हूं। इसका मुझे लाभ मिलेगा। अब और ज्यादा कड़ी तैयारी करूंगा और उम्मीद है कि पदक लेकर ही लौटूंगा।
पंच खाकर मिलता रहा नया जोश
बाकू में क्वालिफायर के मुकाबलों में भले ही मनोज का अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अंतिम स्कोर एकतरफा भिड़ंत सरीखा अहसास दे रहा हो, लेकिन मनोज का कहना है कि उन्हें पहले दो मुकाबलों में प्रतिद्वंद्वी ने पंच मारकर नीचे गिरा दिया था। इससे मिले जोश ने ही उन्हें प्रतिद्वंद्वी को धूल चटाने में मदद दी।
घर पर भी मना जमकर जश्न
मनोज की रियो ओलंपिक का टिकट पाने की सफलता का जश्न कुरुक्षेत्र स्थित उनके घर पर भी जमकर मना। मनोज के बड़े भाई और उनके कोच राजेश कुमार ने बताया कि सभी खुश हैं और जमकर मिठाइयां बांट रहे हैं।