सुशील के लिए महत्वपूर्ण है यह ट्रायल
ट्रायल पिछले राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण विजेता सुशील कुमार के लिए महत्वपूर्ण होगा, जिन्होंने पिछले राष्ट्रमंडल खेलों के तीन साल बाद जाकर हाल में मैट पर वापसी की और इंदौर में राष्ट्रीय चैंपियन बनने के बाद जोहानसबर्ग में राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता। सुशील 2020 के टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेना चाहते हैं और उनकी वापसी के लिए राष्ट्रमंडल खेल महत्वपूर्ण हैं। सुशील के 74 किलोग्राम वर्ग में उन्ही के साथी पहलवान प्रवीण राणा भी एक दावेदार हैं। राणा ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में सुशील को फाइनल में वॉकओवर दिया था, जबकि सुशील ने राणा को जोहानसबर्ग में हराया था।
साक्षी मलिक और फोगाट बहनें भी ठोकेंगी दांव
सुशील के अलावा रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मालिक और इस साल एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुके बजरंग पुनिया के लिए भी ट्रायल महत्वपूर्ण है। साथ ही दंगल मूवी से चर्चा में आई गीता फोगाट भी लंबे समय बाद कुश्ती में लौटी हैं, इसलिए उन पर भी निगाहें रहेंगी।
विनेश पर भी टिकी होगी निगाहें
रियो ओलंपिक में पदक की दावेदार होने के बावजूद मैट पर टांग घायल हो जाने के कारण बीच में ही फाइट छोड़कर अस्पताल पहुंच गईं विनेश फोगाट के लिए भी उसके बाद ये पहली विश्व स्तर की प्रतियोगिता रहेगी। हालांकि विनेश अपनी फॉर्म कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में दक्षिण अफ्रीका में दिखा चुकी हैं। लेकिन टोक्यो ओलंपिक में महिला वर्ग में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद मानी जा रही विनेश की असली परीक्षा अगले साल होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन गेम्स में ही होगी।