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राष्ट्रमंडल खेल के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज के पास स्पॉन्सर भी नहीं है, छह साल से ऐसे ही खेल रहे हैं

locationनई दिल्लीPublished: Nov 25, 2019 09:28:40 pm

Submitted by:

Mazkoor

दो दिसंबर से शुरू हो रही बिग बाउट लीग में चुनौती पेश करने जा रहे बॉक्सर मनोज कुमार ने खुद दी इसकी जानकारी।

boxer manoj kumar

नई दिल्ली : दो दिसंबर से शुरू हो रही बिग बाउट लीग में चुनौती पेश करने जा रहे बॉक्सर मनोज कुमार के पास पिछले छह साल से कोई स्पॉन्सर नहीं है। राष्ट्रमंडल खेलों में एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतने वाले इस इकलौते भारतीय मुक्केबाज ने कहा कि वह इसके बावजूद इस लीग में उतरेंगे। मनोज कुमार लीग में एनसीआर पंजाब की ओर से 69 किलोग्राम भार वर्ग में अपनी खेलने के लिए उतरेंगे।

इनसे होगा मुकाबला

मनोज कुमार का लीग में अडानी गुजरात के दुर्योधन सिंह नेगी, बॉम्बे बुलेट्स के नवीन बूरा, नॉर्थ ईस्ट राइनो के अंकित खताना, ओडिशा वॉरियर्स के उज्बेकिस्तानी मुक्केबाज जे होंगिर राखमानोव और बेंगलूरु ब्रवलर्स के नाइजीरियन मुक्केबाज ओसोबो अब्दुल अफीस से मुकाबला होगा।

लीग से आर्थिक स्थिति से उबरने में मिलेगी मदद

लंदन और रियो ओलंपिक में भाग ले चुके मनोज कुमार ने कहा कि खेल के दौरान चोट से निबटने के लिए भी उन्हें अपनी जेब से राशि खर्च करनी पड़ती है। इसमें उनकी बड़ी रकम खर्च हो जाती है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि बिग बाउट लीग के आयोजन से उन्हें अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने का मौका मिलेगा।

ओलंपिक जीतना है सपना

अर्जुन पुरस्कार विजेता मुक्केबाज मनोज दो बार ओलंपिक में भाग ले चुके हैं, लेकिन अभी तक वह पदक से दूर रहे हैं। वह अभी तक अपने रेल विभाग में क्लास-2 रैंक का इंतजार कर रहे हैं। मनोज ने कहा कि उनके साथ उनके पिता और बड़े भाई का भी सपना है कि वह ओलंपिक में पदक जीतें। उन्होंने कहा कि इस लीग के आयोजन से उन्हें अपनी तैयारियों को परखने का भी मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि चोट के कारण खेल से वह साल भर तक दूर रहे थे। इस कारण भी मामला ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है।

उनके भारवर्ग में प्रतिस्पर्धा काफी है

मनोज कुमार ने कहा कि उनके भारवर्ग में अब प्रतिस्पर्धा काफी बढ़ गई है। बिग बाउट लीग के लिए की गई उनकी तैयारियां ओलंपिक क्वालिफाइंग के लिए होने वाले ट्रायल में भी काम आएगी। उन्होंने कहा कि एक तरह से बिग बाउट लीग ओलंपिक पदक जीतने के रास्ते की पहली सीढ़ी है। इसके लिए वह अपना पूरा अनुभव इस्तेमाल करेंगे।

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