1995 के बाद टॉटेनहम पहला ऐसा इंग्लिश क्लब है जिसने यूरोपीय स्तर के किसी टूर्नामेंट में सात गोल खाए हैं। मेजबान टीम के लिए हालांकि, मैच की शुरुआत बेहतरीन रही और 12वें मिनट में सोन ह्यूंग-मिन ने गोल करके अपने टीम को आगे कर दिया।
मैच के 15वें मिनट में जोशुआ किमिख के गोल ने बायर्न को बराबरी दिलाई। पहले हाफ के समाप्त होने से पहले मेहमान टीम वापसी करने में कामयाब रही। 45वें मिनट में स्ट्राइकर रोबर्ट लेवांडोव्स्की ने गोल किया।
दूसरा हाफ पूरी तरह से बायर्न के नाम रहा। मैच के 53वें और 55वें मिनट में ग्नाबरी ने लगातार दो गोल किए और मेजबान टीम को बैकफुट पर धकेल दिया।
61वें मिनट में टॉटेनहम के स्ट्राइकर हैरी केन ने पेनाल्टी के जरिए गोल करते हुए दोनों टीमों के बीच के अंतर को कम करने का प्रयास किया।
मैच के अंतिम 10 मिनटों में मेजबान टीम ने कई गलतियां की जिसने उसके वापसी के सारे रास्ते बंद कर दिए। 83वें मिनट में ग्नाबरी ने गोल करते हुए अपनी हैट्रिक पूरी की और चार मिनट बाद लेवांडोव्स्की ने मुकाबले का अपना दूसरा गोल किया।
ग्नाबरी ने मैच के 88वें मिनट में मैच का अपना अंतिम और चौथा गोल किया और बायर्न की बड़ी जीत सुनिश्चित कर दी।