पहला हाफ 1-1 से रहा बराबर
मैच की शुरुआत से ही भारतीय टीम ने आक्रमक फुटबॉल का प्रदर्शन किया। दूसरे मिनट में ही एक बेहतरीन मूव पर भारत की ओर से विक्रम ने गेंद को जाल में उलझाकर बढ़त दिला दी। लेकिन एक गोल से पिछड़ने के बावजूद बांग्लादेश ने कोशिश नहीं छोड़ी और उसने अपना प्रयास जारी रखा। इस बीच 22वें मिनट में भारत के गुरकीरत सिंह और विपक्षी टीम के मोहम्मद फहीम को रेफरी ने रेड कार्ड दिखाया। मैच के 40वें मिनट में बांग्लादेश को अपनी कोशिश में कामयाबी मिली और यासीन अराफात ने अपनी टीम के लिए बराबरी का गोल दाग दिया। गोल के बाद आक्रामक सेलिब्रेशन के कारण अराफात को भी रेड कार्ड दिखाया गया। इस तरह बांग्लादेश के दो खिलाड़ी मैदान से बाहर चले गए और उसे बाकी के समय नौ खिलाड़ियों से खेलना पड़ा।
इंजरी टाइम में भारत को मिली जीत
दूसरा हाफ भी दमदार रहा। भारत के मुकाबले एक कम खिलाड़ियों के साथ दूसरे हाफ में मैदान पर उतरी बांग्लादेश की टीम ने भारत को बराबरी की टक्कर दी। 90 मिनट तक भारत को बराबरी पर रोके रखा। जब ऐसा लग रहा था कि मैच अतिरिक्त समय में जाएगा, तभी इंजुरी टाइम (91वें मिनट) में रवि ने 30 गज की दूरी से गोल कर भारत को रोमांचक जीत दिला दी।
भारत के एन मेतेई को टूर्नामेंट का सबसे अहम खिलाड़ी चुना गया।