फुटबॉल : गोकुलम केरला ने ने पहले प्रयास में ही जीता डुरंड कप, मोहन बागान को 2-1 से हराया
यूएफा लीग में खेलने वाले इकलौते भारतीय
26 साल के संधू इकलौते भारतीय खिलाड़ी हैं, जो यूएफा यूरोपा लीग के क्वालिफायर मुकाबलों में खेल चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उन्हें यह पुरस्कार मिला। वह अपना यह पुरस्कार को अपने वरिष्ठ साथियों को समर्पित करना चाहते हैं, जिन्होंने उनके लिए इस पुरस्कार को जितना संभव बनाया। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि यह अवॉर्ड उन आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है, जो इस रास्ते पर चलना चाहते हैं। उन्हें उम्मीद है कि यह पुरस्कार उन्हें प्रेरित करेगा।
नेमार को लेकर पीएसजी ने बार्सिलोना का ऑफर ठुकराया
चौथे गोलकीपर हैं, जिन्हें यह अवॉर्ड मिला
बता दें कि गुरप्रीत सिंह संधू चौथे गोलकीपर हैं, जिन्हें अर्जुन अवॉर्ड मिला है। सबसे पहले 1967 में दिवंगत पीटर थंगराज को 1967 में यह पुरस्कार मिला था। इसके बाद 1967 में ब्रह्मानंद संखवालकर ने यह अवॉर्ड अपने नाम किया था। पिछली बार तीन साल पहले 2016 में भारतीय गोलकीपर सुबर्ता पॉल को यह पुरस्कार मिला था। गुरप्रीत भारतीय फुटबॉल टीम के नियमित सदस्य तो हैं ही, वह इंडियन सुपर लीग ( ISL ) में बेंगलूरु एफसी क्लब की ओर से खेलते हैं।