वियना। पांच दिन पहले निको रोजबर्ग ने अपने करियर का पहला फॉर्मूला-1 खिताब जीता था। पूरा जर्मनी अपने इस फॉर्मूला ड्राइवर की जीत का जश्न मनाने में जुटा हुआ था, लेकिन निको के मन में कुछ और ही चल रहा था। निको ने शुक्रवार को सभी को चौंकाते हुए अचानक अपना फॉर्मूला-1 करियर यहीं खत्म करने की घोषणा कर दी।
वियना में अपनी टीम मर्सिडीज के हेड ऑफ मोटरस्पोर्ट टोटो वूल्फ की मौजूदगी में 31 साल के निको ने प्रेस कांफ्रेंस में जैसे ही यह घोषणा की तो सभी हैरान रह गए। फॉर्मूला वल्र्ड चैंपियन रहते हुए ट्रैक से विदाई लेने वाले पिछले 23 साल में निको रोजबर्ग सिर्फ दूसरे ड्राइवर बन गए हैं। उनसे पहले 1993 में फ्रांस के एलेन प्रोस्ट ने यह कारनामा किया था। मर्सिडीज ने अपने चैंपियन ड्राइवर के निर्णय के बाद उनकी तारीफ करते हुए उनकी भरपायी को मुश्किल काम बताया।
अपने टीम साथी लुईस हैमिल्टन को पछाड़कर इस बार वल्र्ड चैंपियन बने रोजबर्ग को वियना में ही शुक्रवार शाम को फॉर्मूला रेसिंग के अधिकृत पुरस्कार वितरण समारोह एफआईए गाला प्राइज गिविंग डिनर में भाग लेना था। 2014 में अपनी बचपन की दोस्त विवियन के साथ शादी करने वाले रोजबर्ग ने आगे की योजना के बारे में पूछने पर इतना ही कहा कि अभी मैंने कुछ तय नहीं किया है।
करियर पर एक नजर
23 रेस में जीत हासिल की करियर की 206 रेस में से
12वें नंबर पर हैं फॉर्मूला ट्रैक की ऑलटाइम विनिंग लिस्ट में निको
03 बार के ब्राजीली वल्र्ड चैंपियन नेल्सन पिकेट भी उनके साथ हैं
02 दूसरे एेसे चैंपियन बने थे निको, जिनके पिता ने भी फॉर्मूला खिताब जीता
1982 में निको के पिता केके विलियम्सन टीम के साथ वल्र्ड चैंपियन बने थे
01 एकमात्र एेसे जर्मन ड्राइवर हैं निको जो जर्मन कार से जर्मन टीम के साथ चैंपियन बने
उस क्षण से ही जब खिताब जीतना मेरे अपने हाथ की बात बन गया था, एक बड़ा दबाव शुरू हो गया था और मैंने सोचना शुरू कर दिया था कि यदि मैं वल्र्ड चैंपियन बना तो रेसिंग करियर को यही रोक दूंगा। अबु धाबी में रविवार सुबह रेस शुरू करते समय मैं जानता था कि यह शायद मेरी आखिरी रेस होगी और मेरे दिमाग में सबकुछ बिल्कुल स्पष्ट था। मैं जब सुजूका में रेस जीता था, तब ही मैंने संन्यास के बारे में सोचना शुरू कर दिया था।
निको रोजबर्ग ने संन्यास लेते समय कहा