उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया था जहां वे सोमवार रात तक कोमा में थे, इसके बाद उनकी मौत हो गई। अपने आठ साल के कॅरियर में उन्होंने 120 रेस में हिस्सा लिया था और तीन बार विजेता बने थे। उन्होंने यूरोप में अपना कॅरियर शुरू किया था और 2003 में फॉर्मूला वन में भी हिस्सा लिया था। इसके बाद वे चैंप कार वर्ल्ड सीरिज से जुड़ गए और फिर 2008 में इंडीकार रेसिंग में आ गए।
उनकी मौत पर कई लोगों ने शोक जताया है, साथ ही इंडीकार रेसिंग में सुरक्षा उपायों पर सवाल भी उठाए गए हैं। गौरतलब है कि इससे पहले फ्लोरिडा में एक कार का पुर्जा दर्शकदीर्घा में बैठी महिला के जाकर लगा था। महिला के सिर में चोट लगी थी और उसने केस दर्ज कर मुआवजा मांगा था। उसने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि पुर्जा उसके सिर में आकर लगा जिससे फ्रैक्चर हो गया था।