Gaurav Bidhudi Entered in Semifinal, Created History to be only 4th indian in World Boxing Championship
हैम्बर्ग। दिल्ली के युवा मुक्केबाज गौरव बिधूड़ी ने चैंपियन जैसा प्रदर्शन करते हुए मंगलवार को शानदार जीत हासिल कर आइबा विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 56 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंचकर देश के लिए कम से कम कांस्य पदक पक्का कर दिया। गौरव सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही विश्व चैंपियनशिप में विजेन्दर सिंह, विकास कृष्णन और शिवा थापा के बाद पदक जीतने वाले चौथे मुक्केबाज बन गए हैं।
सर्वसम्मति से हराया विपक्षी को 24 वर्षीय बेंटमवेट वर्ग के मुक्केबाज गौरव ने ट्यूनिशिया के बिलेल एमहम्दी के खिलाफ सर्वसम्मत फैसले से अपना मुकाबला जीत लिया। गौरव का सेमीफाइनल में अमरीका के ड्यूक रैगन और उनके ही देश के जियावेई झांग के बीच मुकाबले के विजेता से सामना होगा। 49 किग्रा वर्ग में अमित पंघाल को क्वार्टरफाइनल में 2016 रियो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता उज्बेकिस्तान के हसनबॉय दुस्मातोव के हाथों हार का सामना करना पड़ा और उनका पदक जीतने का सपना टूट गया।
8 महीने से परेशान थे कमर दर्द से अपना मुकाबला जीतने के बाद गौरव ने कहा, यह अविश्वसनीय है । मैं पिछले सात-आठ महीनों से अपने पीठ दर्द से परेशान था, लेकिन मैं इतिहास बनाने के लिए प्रतिबद्ध था, इसलिए मेरे रास्ते में कोई बाधा नहीं आ सकती थी। मैंने पहले दो राउंड जीते और फिर बढ़त को बनाए रखने पर अपना ध्यान केन्द्रित किया। मैं अपनी इस जीत को अपने पिता को समर्पित करता हूं।
कविंदर भी हैं पदक के करीब उधर, कविंदर सिंह बिष्ट ने पुरुषों के 52 किग्रा वर्ग के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया है और वह पदक पक्का करने से एक कदम दूर रह गए हैं। 24 साल के कविंदर ने दो बार के विश्व चैंपियनशिप विजेता अल्जीरिया के मोहम्मद फ्लिसी को 3-2 से हराकर क्वार्टरफाइनल में जगह बना ली। वह अब अपने अगले मुकाबले में कोरिया के इंक्यू किम से भिड़ेंगे।
समीक्षा कर उतरे थे कविंदर कविंदर ने अंतिम आठ में प्रवेश करने के बाद कहा, मैं अपनी बाउट के परिणाम से संतुष्ट हूं। हमने अपने विपक्षी खिलाड़ी के बारे में अच्छी से समीक्षा की थी और मुझे पता था कि उनका कैसे सामना करना है। मैं अपनी इस जीत को कोचिंग स्टाफ और बीएफआई को समर्पित करता हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। उत्तराखंड के मुक्केबाज ने अगले मैच को लेकर भी उत्साह जताया। उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि किम मेरे लिए चुनौतीपूर्ण खिलाड़ी साबित होंगे। लेकिन मेरे पास उनसे पार पाने की अच्छी योजना है और मैं इसके लिए तैयार भी हूं।
पंच का जवाब पंच से दिया भारतीय खिलाड़ी और अल्जीरियाई खिलाड़ी के बीच मुकाबला काफी करीबी रहा, लेकिन कविंदर ने हर पंच का जवाब पंच से ही दिया और नजदीक से मुकाबला अपने नाम किया। मनोज कुमार को 69 किग्रा वर्ग के प्री क्वार्टरफाइनल में हार का सामना करना पड़ा, जबकि शिवा थापा 60 किग्रा वर्ग में बुखार के कारण मैच में नहीं उतरे। मनोज अपने मुकाबले में वेेनेजुएला के गैबरिएल माएस्त्रे पेरे•ा से 1-4 से बाउट हार गए।