हीना ने इस स्पर्धा में कुल 38 अंक हासिल किए और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही राष्ट्रमंडल खेलों का नया रिकॉर्ड भी बनाया। इस स्पर्धा के फाइनल में पांचवीं सीरीज तक हीना आस्ट्रेलिया की एलीना गैलियावोविक के पीछे थीं, जिन्होंने इस स्पर्धा का रजत पदक जीता। इसके बाद, छठी सीरीज में हीना ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आस्ट्रेलियाई निशानेबाज के खिलाफ बढ़त लेते हुए वापसी की। सातवीं सीरीज में हीना ने एलीना के खिलाफ अंकों की बढ़त को बनाए रखा और यही क्रम उन्होंने आठवीं सीरीज में रखा। नौवीं सीरीज में आस्ट्रेलियाई निशानेबाज और हीना के बीच रोमांचक मुकाबला देखा गया। 10वीं सीरीज में हीना ने अपने संयम को बनाए रखते हुए अच्छे निशाने लगाए और अंत में तीन अंकों की बढ़त से स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। एलीना को रजत पदक हासिल हुआ, वहीं मलेशिया की आलिया सजाना अजाहारी को कांस्य पदक मिला।
सिद्धू का यह कामनवेल्थ खेलों में चौथा मेडल है। इस कामनवेल्थ गेम्स में यह उनका दूसरा मेडल है, वो इससे पहले महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में सिल्वर मेडल जीत चूकीं हैं जिसमे उनकी हमवतन मनु भाकर ने गोल्ड जीता था। साथ ही सिद्धू ने 2010 दिल्ली कामनवेल्थ खेलों में उन्होंने एक गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता था। अनु और सिद्धू ने 584 और 579 के स्कोर के साथ फाइनल के लिए प्रवेश किया था जिसमे उनका दूसरा व तीसरा स्थान था।
नारंग और चैन सिंह नहीं जीत सके थे मेडल
भारतीय अनुभवी निशानेबाज गगन ने फाइनल में कुल 142.3 अंक हासिल किए, वहीं चैन को 204.8 अंक हासिल हुए। इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक वेल्स के डेविड फेल्प्स को हासिल हुआ। उन्होंने 248.8 अंक लिए और साथ ही राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड भी तोड़ा। स्कॉटलैंड के नील स्टर्टन को 247.7 अंकों के साथ रजत पदक हासिल हुआ और इंग्लैंड के केनेथ पार ने 226.6 अंकों के साथ कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। इससे पहले, गगन और चैन सिंह ने स्पर्धा के क्वालीफिकेशन में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में प्रवेश किया। गगन ने क्वलीफिकेशन में तीसरा स्थान, तो चैन सिंह ने छठे स्थान पर रहते हुए फाइनल में प्रवेश किया।