पहले क्वार्टर में रहा मुकाबला बराबरी का
नीदरलैंड्स ने पहले क्वार्टर में गेंद को अधिक से अधिक समय तक पास रखने की कोशिश की। पहले र्क्वाटर के शुरुआत में ही उसने एक खतरनाक मूव बनाया और गोल पोस्ट की तरफ शॉट मारा, लेकिन वह शॉट भारत के गोल पोस्ट के बाहरी हिस्से को छू कर निकल गया और इस तरह खतरा टल गया। इसके अगले ही मिनट में भारत ने काउंटर अटैक किया। सिमरनजीत प्रतिद्वंद्वी टीम के गोल पोस्ट तक पहुंचे, लेकिन उनका शॉट लक्ष्य तक नहीं पहुंच सका। भारत को 12वें मिनट में पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर आकाशदीप सिंह लक्ष्य को भेद दिया और भारत की बढ़त 1-0 की हो गई। लेकिन भारत की यह खुशी ज्यादा देर तक बरकरार नहीं रही। 15वें मिनट में ही मिर्को प्रूसर के पास पर थियरी ब्रिंकमान ने मैदानी गोल कर स्कोर 1-1 की बराबरी पर ले आए।
दूसरा और तीसरा र्क्वाटर रहा गोलरहित
दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने गोल करने के कई अवसर बनाए, लेकिन अपनी-अपनी टीमों को बढ़त दिलाने में नाकाम रहीं। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही नीदरलैंड ने पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन वह इसे गोल में बदलने में कामयाब नहीं हो सकी। हालांकि उन्हें दोबारा पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस पर भी उनका प्रयास नाकाम रहा।
इसके बाद ललित उपाध्याय ने 33वें मिनट में दिलप्रीत सिंह ने शानदार पास दिया, लेकिन वह इसे भुना नहीं पाए। अगले ही पल काउंटर अटैक पर ऐसा ही मौका नीदरलैंड्स को भी मिला, लेकिन भारत के अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने इसे विफल कर दिया। ऐसे में तीसरा र्क्वाटर भी 1-1 से बराबरी पर समाप्त हो गया।
चौथा र्क्वाटर रहा नीदरलैंड के नाम
चौथा र्क्वाटर शुरू होते ही नीदरलैंड भारत पर हावी हो गया। उसने 47वें मिनट में गोल कर दिया, लेकिन वीडियो रेफरी ने इसे अमान्य करार दिया, क्योंकि गेंद मेहमान टीम के खिलाड़ी के पैर को छूकर गुजरी थी। नीदरलैंड को 50वें मिनट में मैच का तीसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला और यह निर्णायक साबित हुआ। इस पर मिंक वान डेर विर्डन ने गोल दाग कर स्कोर भारत के खिलाफ 2-1 कर दिया। हालांकि इसके बाद 50वें मिनट में ही भारत ने भी पेनाल्टी कॉर्नर हासिल कर लिया, लेकिन वह इस पर गोल करने में सफल नहीं रहा। इसके बाद तो भारत ने खुद को पूरी तरह मैदान पर झोंक दिया। गोलकीपर श्रीजेश भी मैदान पर उतर आए और भारतीय टीम बिना गोलकीपर के खेलने लगी। नीदरलैंड्स को 58वें मिनट में एक और पेनाल्टी कॉर्नर हासिल हुआ। हालांकि बिना गोलकीपर के खेल रही भारतीय टीम के रक्षकों ने इसे सफल नहीं होने दिया। इसके बावजूद नीदरलैंड अपनी बढ़त को कायम रखने में सफल रही।