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CWG 2018: भारतीय दल को बड़ा झटका, 12 मुक्केबाज हो सकते हैं खेलों से बाहर

Published: Apr 01, 2018 11:26:59 am

Submitted by:

Akashdeep Singh

राष्ट्रमंडल खेल गांव में भारतीय मुक्केबाजों के कमरे के बाहर से सीरिंज बरामद हुई जिसको लेकर जांच चल रही है।

india at cwg
नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रमंडल खेलो का दल डोपिंग के जाल में फसता नजर आ रहा है। शनिवार को गोल्ड कोस्ट स्थित खेल गांव में भारतीय मुक्केबाजी दल के ठिकाने के बहार कूड़ेदान से इस्तेमाल किए हुए सुईं और सिरिंज बरामद हुए हैं।भारतीय मुक्केबाजों का डोपिंग टेस्ट हो चूका है और इसका फैसला उद्घाटन समारोह से पहले ही आ जाएगा। राष्ट्रमंडल खेलों का उद्घाटन 4 अप्रैल से होना है।

अधिकारीयों ने भारतीय मुक्केबाजों के कमरे पर छापा मारा
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक सिरिंज मुक्केबाजों के कमरों के बाहर से बरामद हुई है।अधिकारीयों को सिरिंज की जानकारी सफाईकर्मियों से मिली थी। इसके बाद खिलाड़ियों के कमरों पर ऑस्ट्रेलियन एंटी डोपिंग एजेंसी (ASADA) और स्थानीय पुलिस ने छापा मारा।छापे में कूड़ेदान से सिरिंज एक मरोड़ी हुई बोतल में मिली। इस वाकये के बाद अब भारतीय दल को डोपिंग टेस्ट से गुजरना होगा। इस मामले पर खिलाड़ियों ने सिरिंज के इस्तेमाल से मना किया है, लेकिन टीम डॉक्टर ने सिरिंज के इस्तेमाल पर हामी भरी है। लेकिन उन्होंने बताया कुछ भी गलत नहीं किया गया है।
12 मुक्केबाजों का डोप टेस्ट हुआ
आयोजक समिति ने जांच शुरू कर दी है, इसमें 12 भारतीय मुक्केबाजों की जांच की जाएगी। सिरिंज की भी जांच की जाएगी कि उसमे क्या था। अगर खिलाड़ी दोषी पाए गए तो उनकी राष्ट्रमंडल खेलों से छुट्टी हो जाएगी। डोपिंग की जांच के बाद आयोजकों ने खिलाड़ियों से अंडरटेकिंग पर हस्ताक्षर कराए कि उनके पास और सिरिंज मौजूद नहीं हैं। गोल्ड कोस्ट में भारतीय दल के साथ गए अधिकारी इस मामले पर कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं दे रहें हैं। एक अधिकारी ने ‘उनकी पहचान की गोपनीयता बनाए रखने की शर्त’ पर कहा कि “छापों और सिरिंज जब्त करने के बाद शनिवार को सभी खिलाड़ियों को डोप टेस्ट के लिए ले जाया गया। एक या दो दिन में जांच की रिपोर्ट आ जाएगी और उसी पर आयोजक कोई कार्रवाई करेंगे।”
डोप टेस्ट में निगेटिव पाए जाने पर भी खेल से हटाए जा सकते है ये खिलाड़ी
राष्ट्रमंडल खेलो के प्रवक्ता ने पूरी घटना की पुष्टि की, लेकिन उन्होंने खिलाड़ियों की राष्ट्रीयता का जिक्र नहीं किया। उन्होंने यह भी बताया कि अगर खिलाड़ी पॉजिटिव नहीं पाए जाते हैं फिर भी ‘नो- नीडल पालिसी’ के तहत खिलाड़ियों को खेल से हटाया जा सकता है। बता दें कि ‘नो-नीडल पालिसी’ के अनुसार खिलाड़ी बिना इजाजत के खेल गांव के अंदर सिरिंज नहीं रख सकते हैं।

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