मुंबई अपने आगे के सभी तीन मैच जीत भी जाता है तो भी उसका भविष्य दूसरी टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। उसके खाते में अधिकतम 29 अंक होंगे। आंकडो़ं के लिहाज से इतने अंक आगे जाने के लिए पर्याप्त हैं लेकिन इसके लिए एफसी गोवा, केरला ब्लास्टर्स, चेन्नयन एफसी और जमशेदपुर एफसी को अपने बाकी के मैचों मे अप्रत्याशित परिणाम देखने होंगे।
मुंबई के कोच एलेक्सडेंजर गुइमारेस ने मैच से पहले आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा, “उम्मीद बाकी रहना अच्छी बात है। हम जानते हैं कि हमारे आगे जाने की सम्भावना है और इसके लिए हमें जीत चाहिए तथा हम इसकी शुरुआत एक ऐसी टीम को हराकर करना चाहेंगे, जिसने इस सीजन में अच्छा खेल दिखाया है लेकिन वह अपेक्षित परिणाम नहीं हासिल कर सकी है। मैं आशा करता हूं कि गुरुवार को हम अपने लिए एक मैच जीतेंगे। यह हमारी लड़ाई के जारी रहने के साथ-साथ हमारे प्रशंसकों के लिए एक तोहफा भी होगा।”
मुंबई का घर में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। उसे लगातार चार मैचों में हार मिली है। जमशेदपुर और एफसी पुणे सिटी के खिलाफ लगातार दो मैचों में हार ने उसकी उम्मीदों पर कुठाराघात किया था लेकिन इस टीम ने एटीके अपने अंतिम मैच में हराते हुए अपनी उम्मीदों को फिर से जिंदा किया था। दूसरी ओर नार्थईस्ट की टीम 11 अंकों के साथ नौवें स्थान पर है। उसने 16 मैच खेले हैं और अगर वह अपने आगे के दो मैच जीत भी जाती है तो उसके अधिकतम 17 अंक होंगे और वह तालिका में अपनी स्थिति थोड़ा बेहतर कर सकती है लेकिन उसे अंतिम-3 में ही रहना होगा, यह तय है। नार्थईस्ट टीम हालांकि 2014 सीजन की तरह इस साल भी अंतिम स्थान पर रहने से बचना चाहेगी।
नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी के सहायक कोच एल्को शाटोरी ने कहा, “एक ऐसे मैच की तैयारी काफी कठिन होती है, जिसके बाद भी हमारे लिए कोई उम्मीद न दिख रहा हो। ऐसे में खिलाड़ियों को प्रेरित करना कछिन होता है लेकिन चूंकी हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है, लिहाजा हम खुलकर खेलेंगे।” हाइलैंर्ड्स नाम से मशहूर इस टीम की एक समस्या यह भी है कि इसके कई खिलाड़ी चोटिल हैं और इस मैच में नहीं खेलेंगे। शाटोरी ने कहा कि चोटिल स्ट्राइकर मार्सिन्हो इस मैच में नहीं खेलेंगे जबकि सेंट्रल डिफेंडर जोस गोनकाल्वेस और सैम्बीन्हा तथा होलीचरण नारजारे के के भी खेलने की उम्मीद कम ही है।